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कृष्णाभावनामृत कृष्णभावनाभवति😊
White दुनिया में हसीनों की कमी नहीं थी पर मेरा दिल सिर्फ उस पर टिका जिसे मुझसे मोहब्बत नहीं थीं ।। यूं तो कई बार मैंने किया था मोहब्बत का इज़हार उनसे वो हर बार बात आगे बढ़ा दिया करती थीं।। मैने भी इजहार ए मोहब्बत जारी रखी वो हर बार उसे ठुकरा दिया करती थीं ।। अब मुलाकात होना बंद हो गई उनसे पर कमबख्त वो आखरी छवि उनकी मेरे दिल से जाया नहीं करतीं ।। ©Pratyush PSP
Pratyush PSP
11 Love
क्या बवाल काटा है उन्होंने अपनी सूरत से मेरे दिल पर सारे बाल बांध लिए और दो लटे छोड़ दी हैं, गालो पर ©Pratyush PSP
17 Love
श्मशान घाट पर बैठा सोच रहा था मैं इंसान रिश्ते बनाता अनेक हैं जाता अकेला है बाकी सब देखते रहते हैं ©Pratyush PSP
13 Love
मैं तो लिखता रहता हूँ तुम भी कभी पढ़ो मैं तो सुनने को तैयार हूँ तुम भी कुछ बोलो मैं चलने को तैयार हूँ तुम भी साथ चलो मैं प्रेम करने को तैयार हूँ तुम भी प्रेम करो ©Pratyush PSP
12 Love
कुछ पंक्तियां लिखी है मैंने समय मिले तो पढ़ना जरूर तेरा नाम नहीं, पर तेरा ज़िक्र है उसमें अगर एहसास हो तुम्हारे नाम का तुम्हें तो याद करना मुझे जरूर ©Pratyush PSP
महंगे तोहफे का तो पता नहीं अभी पर कुल्हड़ वाली चाय पिला सकता हूं ©Pratyush PSP
16 Love
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