Yashpal singh gusain badal'

Yashpal singh gusain badal'

अपने अंतर्मन में झांको ! बहुत नाप चुके औरों को अब खुद को भी नापो !

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White ये गिरगिट और ये दगाबाज  कब मरेंगे, ये संगीत को कुचलते अल्फ़ाज़ कब मरेंगे । ख़िजायें रहबर से खपा थीं इस कदर , कहेंगे क्या लोग अगर वो बहारों में मरेंगे। ©Yashpal singh gusain badal'

#शायरी #शेर  White  ये  गिरगिट  और  ये  दगाबाज  कब  मरेंगे,

ये संगीत को कुचलते अल्फ़ाज़ कब मरेंगे ।

ख़िजायें  रहबर से  खपा  थीं  इस  कदर ,

कहेंगे  क्या  लोग अगर वो बहारों  में मरेंगे।

©Yashpal singh gusain badal'

#शेर

18 Love

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥ ©Yashpal singh gusain badal'

#विचार #mahashivaratri  ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । 
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥

©Yashpal singh gusain badal'

#mahashivaratri आज का विचार

18 Love

White  "यौवन ढूंढ़ता एक विचार" मुझे कोई विचार यूँ तो परेशान नहीं करते , मगर जब वे  कुलबुलाते हैं, किसी मासूम बच्चे की मानिंद, तब दया आती है उनपर, भले ही वे कमजोर हों, या नहीं ढूंढ़ पाए हों अपना अस्तित्व, और अपना महत्व भी,  मगर वे भी तो हैं हिस्सा हैं इस संसार का,  उनको  भी तपना होगा, निखरना होगा, हर शोध से गुजरना होगा, अपना महत्व साबित करना होगा, वे भी यौवन प्राप्त करेंगे एक दिन, तब  तक जरूरत है  उनको संगरक्षण की, जब तक वे अपनी योग्यता सिद्ध नहीं कर देते ! कल जाने किसका होगा!  कौन जवान होगा, कौन प्रबल बन होगा, न जाने कौन तब समय की आवाज बन जाये, सबके दिल को आह्लादित कर जाए, किसी महाविचार की तरह, दुनियां का विचार बन जाये । ©Yashpal singh gusain badal'

#कविता #एक  White  "यौवन ढूंढ़ता एक विचार"

मुझे कोई विचार यूँ तो परेशान नहीं करते ,
मगर जब वे  कुलबुलाते हैं,
किसी मासूम बच्चे की मानिंद,
तब दया आती है उनपर,
भले ही वे कमजोर हों,
या नहीं ढूंढ़ पाए हों अपना अस्तित्व,
और अपना महत्व भी, 
मगर वे भी तो हैं हिस्सा हैं इस संसार का, 
उनको  भी तपना होगा,
निखरना होगा,
हर शोध से गुजरना होगा,
अपना महत्व साबित करना होगा,
वे भी यौवन प्राप्त करेंगे एक दिन,
तब  तक जरूरत है  उनको संगरक्षण की,
जब तक वे अपनी योग्यता सिद्ध नहीं कर देते !
कल जाने किसका होगा! 
कौन जवान होगा,
कौन प्रबल बन होगा,
न जाने कौन तब समय की आवाज बन जाये,
सबके दिल को आह्लादित कर जाए,
किसी महाविचार की तरह,
दुनियां का विचार बन जाये ।

©Yashpal singh gusain badal'

#एक विचार

17 Love

White कब तलक ये दुश्मनी निभाओगे , आखिर एक दिन थक ही जाओगे, ©Yashpal singh gusain badal'

#शायरी #शेर  White कब तलक ये दुश्मनी निभाओगे ,

आखिर एक दिन थक ही जाओगे,

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#शेर

17 Love

White अहम् ब्रह्मास्मि' मैं किसी से मिलूं या न मिलूं, मगर खुद से मिलता हूँ हर रोज, और खुद से पूछता हूँ  ! बताओ तुम कैसे हो ? कुछ तकलीफ तो नहीं ! कोई तनाव,चिंता तो नहीं ! कोई जलन, ईर्ष्या तो नहीं! या अहम के घायल होने की पीड़ा तो नहीं ! कहीं उपेक्षा के शिकार तो नहीं ! कहीं ऐसा तो नहीं कि अति महत्वाकांक्षा से बैचेन हो! पूछता हूँ ऐसे ही कई प्रश्न, मुझे ये भी मालूम है मेरा अंतर्मन जानता है सब, मगर हर उत्तर एक विचार के रूप में सुप्त बैठा है, वह क्रियान्वयन के लिए गतिशील नहीं है, मगर मैं हर बार झिंझोड़ देता हूँ उसको ! जानता हूँ वो चेतन जगत का बुद्ध वहीं बैठा है विवेक स्वरुप ! मैं भी सूक्ष्म रूप में वहीं रहता हूँ, हर प्रश्न के उत्तर हैं वहां ! मैं जहां रहता हूँ वहीं ब्रह्म रहते हैं, मैं उनका ही तो स्वरूप हूँ ! अहं ब्रह्मास्मि ! ©Yashpal singh gusain badal'

#कविता #अहम्  White   अहम् ब्रह्मास्मि'

मैं किसी से मिलूं या न मिलूं,
मगर खुद से मिलता हूँ हर रोज,
और खुद से पूछता हूँ  !
बताओ तुम कैसे हो ?
कुछ तकलीफ तो नहीं !
कोई तनाव,चिंता तो नहीं !
कोई जलन, ईर्ष्या तो नहीं!
या अहम के घायल होने की पीड़ा तो नहीं !
कहीं उपेक्षा के शिकार तो नहीं !
कहीं ऐसा तो नहीं कि अति महत्वाकांक्षा से बैचेन हो!
पूछता हूँ ऐसे ही कई प्रश्न,
मुझे ये भी मालूम है मेरा अंतर्मन जानता है सब,
मगर हर उत्तर एक विचार के रूप में सुप्त बैठा है,
वह क्रियान्वयन के लिए गतिशील नहीं है,
मगर मैं हर बार झिंझोड़ देता हूँ उसको !
जानता हूँ वो चेतन जगत का बुद्ध वहीं बैठा है
विवेक स्वरुप !
मैं भी सूक्ष्म रूप में वहीं रहता हूँ,
हर प्रश्न के उत्तर हैं वहां !
मैं जहां रहता हूँ वहीं ब्रह्म रहते हैं,
मैं उनका ही तो स्वरूप हूँ !
अहं ब्रह्मास्मि !

©Yashpal singh gusain badal'

#अहम् ब्रह्माश्मि

17 Love

White " याद" बिछड़ गए हैं वो दोस्त सारे,  लगकर गले से कहा किये थे  तुम्हीं हो मेरे दिल के सहारे  रहेंगे हम भी सदा तुम्हारे, संग में तुम्हारे, साथी तुम्हारे, कहां वो वादे, कहां वो बातें, मस्ती भरे दिन,उजली सी रातें, रूठे थे मुझसे जब भी सवेरे, आंखों में तब तब हंसे अंधेरे, पाया तुझे तो सुकून मिला था, खोकर तुझे हम जीवन ही हारे, जिंदा हैं अब भी हसीन वो पल, वो सवाल सारे, वो जवाब सारे । यशपाल सिंह बादल ©Yashpal singh gusain badal'

#शायरी #याद  White " याद"

बिछड़ गए हैं वो दोस्त सारे, 

लगकर गले से कहा किये थे 

तुम्हीं हो मेरे दिल के सहारे 

रहेंगे हम भी सदा तुम्हारे,

संग में तुम्हारे, साथी तुम्हारे,

कहां वो वादे, कहां वो बातें,

मस्ती भरे दिन,उजली सी रातें,

रूठे थे मुझसे जब भी सवेरे,

आंखों में तब तब हंसे अंधेरे,

पाया तुझे तो सुकून मिला था,

खोकर तुझे हम जीवन ही हारे,

जिंदा हैं अब भी हसीन वो पल,

वो सवाल सारे, वो जवाब सारे ।

यशपाल सिंह बादल

©Yashpal singh gusain badal'

#याद

18 Love

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