White चाहे ताउम्र हो, मुझे ही तड़पना…
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ख़ुश रहना, चाहे जहां भी रहना
मुस्कुराना, चाहे जहां भी रहना
हम नहीं आएंगे तेरी दुनिया में
जी लेना, चाहे जैसे हो तुम्हें जीना
तेरा मिलना और यूं चले जाना
जैसे ग़म के दरिया का, समंदर हो जाना
वाइब्स मैच नहीं करते हमारे
बस तेरा कहना, इक यही बहाना
बात बड़ी है, चार दिन है जीना
इन्हीं बातों से, दिल को ना बहलाना
मिल जाएंगे सफ़र में, हमसफ़र कई
नहीं है तुम जैसा, ख़ुद को ना समझाना
ज़िंदगी बहुत हसीन है, इसे ना झुठलाना
जीना इसे, बस यूं हीं नहीं काटना
हम नहीं बनेंगे, तेरे राह के रोड़े
चाहे ताउम्र हो, मुझे ही तड़पना…
आपका अपना: © अभिषेक कुमार वर्मा
©Abhishek Verma
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