बात करके इंसानियत की
इंसा को ही चोट पहुंचाते हैं लोग
तुझे चाहने वालों को ही ऐ ख़ुदा
यहां बहुत आजमाते हैं लोग
मेरी तक़दीर हैरान होकर पूछती है
क्यूं सितम सहने वालों को ही सताते हैं लोग
तेरे फ़ैसले में देर होती है
इसीलिए,,,
शायद,,
बुरे से बुरा करके भी भूल जाते हैं लोग
यहां हंसने वालों को नहीं
यहां रोने वालों को ही रुलाते हैं लोग
मर रही अब इंसा की इंसानियत ऐ ग़ालिब
हैवानियत करने में
जानवर को भी पीछे छोड़ जाते हैं लोग
जानवर को भी पीछे छोड़ जाते हैं लोग!!!
©Dr. Shivani❤dreams
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