हरकतें यार के बयां करे भी तो कैसे???
वो ज़ालिम बेवफा है
ये किसी से कहें भी तो कैसे???
की निगाहें तरसती है मेरी
उसके आंखों में सच्ची वफ़ा देखने के लिए
की उससे अब सच्ची वफ़ा की उम्मीद करे भी तो कैसे???
हरकतें यार के बयां करे भी तो कैसे???
कैसे बंदे से तूने मिलाया ऐ खुदा
कोई मोहब्बत को तरसता है
तो किसी को रास आती नहीं सच्ची वफ़ा
अब तू ही बता ऐ ख़ुदा
तेरे लिखे पे बग़ावत करे भी तो कैसे???
तेरे पास आकर तुझे से
तेरी शिकायत करे भी तो कैसे???
©Dr. Shivani❤dreams
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#MereKhayaal