USKA SHAYAR

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✍️ मेरा खुदको पाना अभी खुद में ही बाकी है तुम मुझे सोच लो बस यही असर काफी है।। #poet#sayar#motivetional #speker

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Unsplash ख़मोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फ़त नई नई है अभी तकल्लुफ़ है गुफ़्तुगू में अभी मोहब्बत नई नई है अभी न आएगी नींद तुम को अभी न हम को सुकूँ मिलेगा अभी तो धड़केगा दिल ज़ियादा अभी ये चाहत नई नई है बहार का आज पहला दिन है चलो चमन में टहल के आएँ फ़ज़ा में ख़ुशबू नई नई है गुलों में रंगत नई नई है जो ख़ानदानी रईस हैं वो मिज़ाज रखते हैं नर्म अपना तुम्हारा लहजा बता रहा है तुम्हारी दौलत नई नई है ज़रा सा क़ुदरत ने क्या नवाज़ा कि आ के बैठे हो पहली सफ़ में अभी से उड़ने लगे हवा में अभी तो शोहरत नई नई है बमों की बरसात हो रही है पुराने जाँबाज़ सो रहे हैं ग़ुलाम दुनिया को कर रहा है वो जिस की ताक़त नई नई है शबीना ©USKA SHAYAR

#शायरी #sabina  Unsplash ख़मोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फ़त नई नई है 
अभी तकल्लुफ़ है गुफ़्तुगू में अभी मोहब्बत नई नई है 

अभी न आएगी नींद तुम को अभी न हम को सुकूँ मिलेगा 
अभी तो धड़केगा दिल ज़ियादा अभी ये चाहत नई नई है 

बहार का आज पहला दिन है चलो चमन में टहल के आएँ 
फ़ज़ा में ख़ुशबू नई नई है गुलों में रंगत नई नई है 

जो ख़ानदानी रईस हैं वो मिज़ाज रखते हैं नर्म अपना 
तुम्हारा लहजा बता रहा है तुम्हारी दौलत नई नई है 

ज़रा सा क़ुदरत ने क्या नवाज़ा कि आ के बैठे हो पहली सफ़ में 
अभी से उड़ने लगे हवा में अभी तो शोहरत नई नई है 

बमों की बरसात हो रही है पुराने जाँबाज़ सो रहे हैं 
ग़ुलाम दुनिया को कर रहा है वो जिस की ताक़त नई नई है

                शबीना

©USKA SHAYAR

#sabina

15 Love

Unsplash मुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी ले दे के अपने पास फ़क़त इक नज़र तो है क्यूँ देखें ज़िंदगी को किसी की नज़र से हम हर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी जिस को भी देखना हो कई बार देखना हम को मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं हम से ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नही तू है हरजाई तो अपना भी यही तौर सही तू नहीं और सही और नहीं और सही ©USKA SHAYAR

#शायरी #sher  Unsplash मुसाफ़िर हैं हम भी मुसाफ़िर हो तुम भी
किसी मोड़ पर फिर मुलाक़ात होगी

ले दे के अपने पास फ़क़त इक नज़र तो है
क्यूँ देखें ज़िंदगी को किसी की नज़र से हम

हर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी
जिस को भी देखना हो कई बार देखना

हम को मिटा सके ये ज़माने में दम नहीं
हम से ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नही

तू है हरजाई तो अपना भी यही तौर सही
तू नहीं और सही और नहीं और सही

©USKA SHAYAR

#sher

17 Love

Unsplash निकाल लाया हूँ एक पिंजरे से इक परिंदा अब इस परिंदे के दिल से पिंजरा निकालना है बिछड़ गए तो ये दिल उम्र भर लगेगा नहीं लगेगा लगने लगा है मगर लगेगा नहीं ©USKA SHAYAR

#शायरी #umarNazmi  Unsplash निकाल लाया हूँ एक पिंजरे से इक परिंदा
अब इस परिंदे के दिल से पिंजरा निकालना है

बिछड़ गए तो ये दिल उम्र भर लगेगा नहीं
लगेगा लगने लगा है मगर लगेगा नहीं

©USKA SHAYAR

#umarNazmi

13 Love

White दरिया हो या पहाड़ हो टकराना चाहिए जब तक न साँस टूटे जिए जाना चाहिए यूँ तो क़दम क़दम पे है दीवार सामने कोई न हो तो ख़ुद से उलझ जाना चाहिए झुकती हुई नज़र हो कि सिमटा हुआ बदन हर रस-भरी घटा को बरस जाना चाहिए चौराहे बाग़ बिल्डिंगें सब शहर तो नहीं कुछ ऐसे वैसे लोगों से याराना चाहिए अपनी तलाश अपनी नज़र अपना तजरबा रस्ता हो चाहे साफ़ भटक जाना चाहिए चुप चुप मकान रास्ते गुम-सुम निढाल वक़्त इस शहर के लिए कोई दीवाना चाहिए बिजली का क़ुमक़ुमा न हो काला धुआँ तो हो ये भी अगर नहीं हो तो बुझ जाना चाहिए ©USKA SHAYAR

#शायरी #nidafazali  White दरिया हो या पहाड़ हो टकराना चाहिए 
जब तक न साँस टूटे जिए जाना चाहिए 

यूँ तो क़दम क़दम पे है दीवार सामने 
कोई न हो तो ख़ुद से उलझ जाना चाहिए 

झुकती हुई नज़र हो कि सिमटा हुआ बदन 
हर रस-भरी घटा को बरस जाना चाहिए
चौराहे बाग़ बिल्डिंगें सब शहर तो नहीं 
कुछ ऐसे वैसे लोगों से याराना चाहिए 

अपनी तलाश अपनी नज़र अपना तजरबा 
रस्ता हो चाहे साफ़ भटक जाना चाहिए 
चुप चुप मकान रास्ते गुम-सुम निढाल वक़्त 
इस शहर के लिए कोई दीवाना चाहिए 

बिजली का क़ुमक़ुमा न हो काला धुआँ तो हो 
ये भी अगर नहीं हो तो बुझ जाना चाहिए

©USKA SHAYAR

#nidafazali

15 Love

White जरा अदब से बुजुर्ग लोगों से बात कीजिए.... ज्यादा दिन तक ये नौजवानी चलेगी नहीं... ©USKA SHAYAR

#शायरी #Lines  White 

जरा अदब से बुजुर्ग लोगों से बात कीजिए....

ज्यादा दिन तक ये नौजवानी चलेगी नहीं...

©USKA SHAYAR

#Lines

14 Love

White वो रस्ते तर्क करता हूं वो मंजिल छोड़ देता हूं , जहां इज्जत नहीं मिलती वो महफिल छोड़ देता हूं। मैं रिश्ते यूं नही रखता कभी रखा कभी छोड़ा जिसे मैं छोड़ देता हूं मुसलसल छोड़ देता हूं ।। ©USKA SHAYAR

#शायरी #Lines  White वो रस्ते तर्क करता हूं वो मंजिल  छोड़ देता हूं ,
जहां इज्जत नहीं मिलती वो महफिल छोड़ देता हूं।
मैं  रिश्ते यूं नही रखता कभी रखा कभी छोड़ा 
जिसे मैं  छोड़  देता  हूं  मुसलसल छोड़ देता हूं ।।

©USKA SHAYAR

#Lines

10 Love

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