शक्ति स्वरूपिणी माँ सिंहवाहिनी,
रक्त वर्णी अष्टभुजी भवानी।
अस्त्र-शस्त्र शोभित जग विख्याता,
नाम कुष्मांडा तुम्ही शिवानी।।
ध्यावे निज मन ध्यान लगावे,
धन-समृध्दि शांति सुख पावे।
निश्चल प्रेम नित करते जप-तप,
बढ़े विश्वास माँ रोग-शोक नशावे।
माँ कुष्मांडा आपकी हर मनोकामना पूरी
करे।
✍️✍️जयमातादी✍️✍️
©Sunil lambadi
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