Mansoor Mansuri ✍

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आंसुओं को रोके आज फिर वो चुप चाप बैठा है___ सबको संभालने वाला वो घर का बड़ा बेटा है! ©Mansoor Mansuri ✍

#ज़िन्दगी #writing  आंसुओं को रोके आज फिर वो चुप चाप बैठा है___

 सबको संभालने वाला वो घर का बड़ा बेटा है!

©Mansoor Mansuri ✍

#writing

8 Love

दुनिया जिस भूख प्यास से डरती है, इस्लाम ने इसको इबादत बना दिया. #RamadanMubarak ©Mansoor Mansuri ✍

#Ramadanmubarak #समाज #ramadan  दुनिया जिस भूख प्यास से डरती है,
इस्लाम ने इसको इबादत बना दिया.
 #RamadanMubarak

©Mansoor Mansuri ✍

#ramadan

11 Love

स्याह रात में जलते है जुगनुओं की तरह, दिलों के ज़ख्म भी मंसूर कमाल के होते हैं !! ©Mansoor Mansuri ✍

#शायरी #Moon  स्याह रात में जलते है जुगनुओं की तरह,
दिलों के ज़ख्म भी मंसूर कमाल के होते हैं !!

©Mansoor Mansuri ✍

heart #Moon

11 Love

غربت نہ دے سکی میرے ضمیر کو شکست،،،،، جھک کر کسی امیر سے ملتی نہیں ہو میں،،،،، ©Mansoor Mansuri ✍

#शायरी #humantouch  غربت نہ دے سکی میرے ضمیر کو شکست،،،،،
جھک کر کسی امیر سے ملتی نہیں ہو میں،،،،،

©Mansoor Mansuri ✍

#humantouch

10 Love

⸙ جو دل میں قیام کرتے ہیں ___________ وہی جینا حرام کرتے ہیں ___________⸙ ©Mansoor Mansuri ✍

#शायरी #Nofear #urdu  ⸙ جو دل میں قیام کرتے ہیں ___________ وہی جینا حرام کرتے ہیں ___________⸙

©Mansoor Mansuri ✍

#urdu #Nofear

12 Love

नये कपड़े बदल कर जाऊँ कहाँ, बाल बनाऊँ किस के लिये, वो शख़्स तो शहर ही छोड़ गया,मैं बाहर जाऊँ किस के लिये, जिस धूप की दिल को ठंडक थी,वो धूप उसी के साथ गई, इन जलती वलती गलियों में,अब ख़ाक उड़ाऊँ किस के लिये, वो शहर में था तो उस के लिये,औरों से मिलना पड़ता था, अब ऐसे-वैसे लोगों के,मैं नाज़ उठाऊँ किस के लिये.... ©Mansoor Mansuri ✍

#शायरी #Shayar #Rose  नये कपड़े बदल कर जाऊँ कहाँ,
बाल बनाऊँ किस के लिये,
वो शख़्स तो शहर ही छोड़ गया,मैं बाहर जाऊँ किस के लिये,

जिस धूप की दिल को ठंडक थी,वो धूप उसी के साथ गई,
इन जलती वलती गलियों में,अब ख़ाक उड़ाऊँ किस के लिये,

वो शहर में था तो उस के लिये,औरों से मिलना पड़ता था,
अब ऐसे-वैसे लोगों के,मैं नाज़ उठाऊँ किस के लिये....

©Mansoor Mansuri ✍

#Shayar #Rose

10 Love

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