White किसी ने बताया मुझे वह स्त्री
आभूषणों की भाँति पुरुष बदलती है,
पर मुस्काते हुए उस स्त्री का कहना है
वह क्षणिक प्रेम करती है,
जिसके भविष्य के फेर में
वह ना फिर पड़ती है,
अपनी देह को अन्य की बाहों में
आलिंगित कर
उन देहों में जाने किसका
प्रथम स्पर्श खोजती है,
उस स्पर्श को उन देहों में न पाकर
वह दूसरे देहों की ओर फिर से बढ़ जाती है,
तुम उसे व्यभिचार कहो
या वासना,
ये सुनकर भी वह बड़े जोर से
हँस पड़ती है,
पहली बार प्रेम में मिले
उस छल का बदला जाने
किसकी -किसकी देहों से लेती है,
हाँ!किसी ने बताया मुझे वह स्त्री
आभूषणों की भाँति पुरुष
बदलती है....
©शिवानी त्रिपाठी
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