Vivek Dixit swatantra

Vivek Dixit swatantra

युवा कवि, शायर, गीतकार गाडरवारा म.प्र.

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video

.आज का दोहा बची संस्कृति नाम की, हैं नूतन परिधान! जितने ओछे वस्त्र हैं , उतने ही इंसान !! -विवेक दीक्षित 'स्वतंत्र ' ©Vivek Dixit swatantra

#कविता  .आज का दोहा 

बची संस्कृति नाम की,
हैं नूतन परिधान!
जितने ओछे वस्त्र हैं ,
उतने ही इंसान !!
-विवेक दीक्षित 'स्वतंत्र '

©Vivek Dixit swatantra

दोहा

16 Love

#कविता  आज दीपों से दिलों में इक नया उजियार हो। 
द्वेष को त्यागें सभी सबके  ह्रदय में प्यार हो। 
राम के आदर्श पे चल  कर्म  नित  करते चलें-
दीपों से रौशन दीवाली और सब घर द्वार हो। 
- विवेक दीक्षित 'स्वतंत्र'
  गाडरवारा

©Vivek Dixit swatantra

आज दीपों से दिलों में इक नया उजियार हो। द्वेष को त्यागें सभी सबके ह्रदय में प्यार हो। राम के आदर्श पे चल कर्म नित करते चलें- दीपों से रौशन दीवाली और सब घर द्वार हो। - विवेक दीक्षित 'स्वतंत्र' गाडरवारा ©Vivek Dixit swatantra

81 View

nojoto अब बेईमान हो गई है, पहले सात दिन की क्रिएशन पर पाँच सात रुपए मिल ही जाते थे। फिर दस बीस पैसे मिलने लगे। और उसके बाद वो भी बंद। और हम पागलो की तरह क्रिएशन करने में लगे है जिसमे सर्वाधिक डाटा खर्च होता है। ©Vivek Dixit swatantra

#विचार  nojoto अब बेईमान हो गई है, पहले सात दिन की क्रिएशन पर पाँच सात रुपए मिल ही जाते थे। फिर दस बीस पैसे मिलने लगे। और उसके बाद वो भी बंद। और हम पागलो की तरह क्रिएशन करने में लगे है जिसमे सर्वाधिक डाटा खर्च होता है।

©Vivek Dixit swatantra

nojoto अब बेईमान हो गई है, पहले सात दिन की क्रिएशन पर पाँच सात रुपए मिल ही जाते थे। फिर दस बीस पैसे मिलने लगे। और उसके बाद वो भी बंद। और हम पागलो की तरह क्रिएशन करने में लगे है जिसमे सर्वाधिक डाटा खर्च होता है। ©Vivek Dixit swatantra

20 Love

#शायरी  रात  भर  इक चाँद का साया रहा
चाँद भी इस चाँद से सरमाया रहा

©Vivek Dixit swatantra

रात भर इक चाँद का साया रहा चाँद भी इस चाँद से सरमाया रहा ©Vivek Dixit swatantra

390 View

#विचार  I Love u aviral

©Vivek Dixit swatantra

I Love u aviral ©Vivek Dixit swatantra

539 View

#कविता #meditation

#meditation सर्वधर्म समभाव जगाए

456 View

Trending Topic