" मन से एक समाज सेवी हूँ और तन से एक इंसान । प्रयास है एक लेखक बनने का, कवितायें मेरी है जान। कुछ कहने का मन जो हूआ , तो बस इतना कहना चाहता हूँ , भावनाओं को शब्दों में पिरो कर, कविताए लिखता जाता हूँ।
https://nojoto.com/post/f493e1c1bca1907d6b7272a16cafec0f/police-shashikant
189 View
189 View
Will restore all stories present before deactivation.
It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here