Pooja

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**एक अद्भुत मित्रता** गांव में एक लड़का था, जिसका नाम रामू था। वह हमेशा अकेला रहता था, क्योंकि उसके पास खेलने के लिए कोई दोस्त नहीं था। एक दिन, जब वह जंगल में घूमने गया, उसने एक घायल तोते को देखा। तोता उसकी मदद की गुहार लगा रहा था। रामू ने तोते को उठाया और उसे घर ले आया। उसने उसकी चोटें ठीक कीं और उसे खाना दिया। धीरे-धीरे तोता ठीक हो गया और रामू का सबसे अच्छा मित्र बन गया। वह दिन-रात रामू के साथ रहता, उसके साथ खेलता और बातें करता। एक दिन, रामू को जंगल में भटकने का डर लगा। वह तोते से बोला, "मुझे घर कैसे जाना है?" तोता उड़कर ऊँचाई पर गया और रामू को रास्ता दिखाने लगा। रामू ने तोते का अनुसरण किया और आखिरकार सही रास्ते पर लौट आया। इस घटना के बाद, रामू और तोता और भी करीब हो गए। उन्होंने एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखा। रामू ने समझा कि सच्चा मित्र वही होता है जो संकट के समय साथ दे। अब वह कभी अकेला नहीं रहता था, क्योंकि उसका सबसे अच्छा दोस्त हमेशा उसके पास था। इस तरह, रामू और तोते की मित्रता ने उन्हें एक-दूसरे का सहारा बना दिया। ©Pooja

#मोटिवेशनल #moral  **एक अद्भुत मित्रता**

गांव में एक लड़का था, जिसका नाम रामू था। वह हमेशा अकेला रहता था, क्योंकि उसके पास खेलने के लिए कोई दोस्त नहीं था। एक दिन, जब वह जंगल में घूमने गया, उसने एक घायल तोते को देखा। तोता उसकी मदद की गुहार लगा रहा था।

रामू ने तोते को उठाया और उसे घर ले आया। उसने उसकी चोटें ठीक कीं और उसे खाना दिया। धीरे-धीरे तोता ठीक हो गया और रामू का सबसे अच्छा मित्र बन गया। वह दिन-रात रामू के साथ रहता, उसके साथ खेलता और बातें करता।

एक दिन, रामू को जंगल में भटकने का डर लगा। वह तोते से बोला, "मुझे घर कैसे जाना है?" तोता उड़कर ऊँचाई पर गया और रामू को रास्ता दिखाने लगा। रामू ने तोते का अनुसरण किया और आखिरकार सही रास्ते पर लौट आया।

इस घटना के बाद, रामू और तोता और भी करीब हो गए। उन्होंने एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखा। रामू ने समझा कि सच्चा मित्र वही होता है जो संकट के समय साथ दे। अब वह कभी अकेला नहीं रहता था, क्योंकि उसका सबसे अच्छा दोस्त हमेशा उसके पास था। 

इस तरह, रामू और तोते की मित्रता ने उन्हें एक-दूसरे का सहारा बना दिया।

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#moral story

16 Love

### खिड़की का सपना एक छोटे से गाँव में एक लड़का, अर्जुन, अपने माता-पिता के साथ रहता था। उसका सपना था कि वह एक दिन बड़े शहर में जाकर अपनी पढ़ाई पूरी करे और एक सफल आदमी बने। लेकिन गाँव की गरीबी ने उसके सपनों को मुश्किल बना दिया था। एक दिन, अर्जुन ने देखा कि गाँव के स्कूल में एक नया अध्यापक आया है। वह शहर से था और उसे बच्चों को पढ़ाने का बहुत शौक था। अर्जुन ने उस अध्यापक से बात की और बताया कि वह बड़े शहर में जाना चाहता है। अध्यापक ने उसकी हिम्मत बढ़ाई और कहा, "यदि तुम मेहनत करोगे, तो कोई भी सपना बड़ा नहीं होगा।" अर्जुन ने कड़ी मेहनत करना शुरू किया। वह हर सुबह जल्दी उठता, पढ़ाई करता और गाँव के छोटे-से पुस्तकालय में जाकर किताबें पढ़ता। उसके सपने की तस्वीर खिड़की पर लटकी हुई एक पुरानी तस्वीर की तरह बनती गई। कुछ सालों बाद, अर्जुन ने अपनी मेहनत से स्कूल में टॉप किया और एक छात्रवृत्ति पर शहर के कॉलेज में दाखिला लिया। जब वह शहर पहुंचा, तो उसने वहाँ की चकाचौंध और भीड़ को देखा। लेकिन उसे अपनी मेहनत और अपने सपने की याद आई। वह हर दिन अपनी पढ़ाई में डूबा रहता। सालों बाद, अर्जुन ने शहर में एक सफल इंजीनियर बनकर अपनी पहचान बनाई। उसने गाँव लौटकर अपने माता-पिता को गर्व महसूस कराया और गाँव के बच्चों के लिए एक नया स्कूल खोलने का सपना देखा। खिड़की से बाहर देखते हुए, अर्जुन ने सोचा, "सपने सच होते हैं, अगर हम उन्हें सच करने की मेहनत करें।" ©Pooja

 ### खिड़की का सपना

एक छोटे से गाँव में एक लड़का, अर्जुन, अपने माता-पिता के साथ रहता था। उसका सपना था कि वह एक दिन बड़े शहर में जाकर अपनी पढ़ाई पूरी करे और एक सफल आदमी बने। लेकिन गाँव की गरीबी ने उसके सपनों को मुश्किल बना दिया था।

एक दिन, अर्जुन ने देखा कि गाँव के स्कूल में एक नया अध्यापक आया है। वह शहर से था और उसे बच्चों को पढ़ाने का बहुत शौक था। अर्जुन ने उस अध्यापक से बात की और बताया कि वह बड़े शहर में जाना चाहता है। अध्यापक ने उसकी हिम्मत बढ़ाई और कहा, "यदि तुम मेहनत करोगे, तो कोई भी सपना बड़ा नहीं होगा।"

अर्जुन ने कड़ी मेहनत करना शुरू किया। वह हर सुबह जल्दी उठता, पढ़ाई करता और गाँव के छोटे-से पुस्तकालय में जाकर किताबें पढ़ता। उसके सपने की तस्वीर खिड़की पर लटकी हुई एक पुरानी तस्वीर की तरह बनती गई।

कुछ सालों बाद, अर्जुन ने अपनी मेहनत से स्कूल में टॉप किया और एक छात्रवृत्ति पर शहर के कॉलेज में दाखिला लिया। जब वह शहर पहुंचा, तो उसने वहाँ की चकाचौंध और भीड़ को देखा। लेकिन उसे अपनी मेहनत और अपने सपने की याद आई।

वह हर दिन अपनी पढ़ाई में डूबा रहता। सालों बाद, अर्जुन ने शहर में एक सफल इंजीनियर बनकर अपनी पहचान बनाई। उसने गाँव लौटकर अपने माता-पिता को गर्व महसूस कराया और गाँव के बच्चों के लिए एक नया स्कूल खोलने का सपना देखा।

खिड़की से बाहर देखते हुए, अर्जुन ने सोचा, "सपने सच होते हैं, अगर हम उन्हें सच करने की मेहनत करें।"

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#navratri #Moral story

18 Love

**एक अनमोल दोस्ती** गाँव में एक छोटा सा लड़का, राजू, अपनी माँ के साथ रहता था। राजू बहुत ही मिलनसार और खुशमिजाज था, लेकिन उसके पास कोई खास दोस्त नहीं था। एक दिन, जब वह नदी के किनारे खेल रहा था, उसने एक चोटिल कुत्ते को देखा। कुत्ता बहुत कमजोर और डरा हुआ था। राजू ने सोचा, "मुझे इसे बचाना चाहिए।" उसने कुत्ते को धीरे-धीरे अपने पास बुलाया और उसे खाना दिया। कुत्ता राजू के प्रति विश्वास जताने लगा और जल्द ही दोनों अच्छे दोस्त बन गए। राजू ने उसे "बुद्धू" नाम दिया। दिन बीतते गए, और बुद्धू हमेशा राजू के साथ रहता था। वे दोनों हर दिन नदी पर खेलते, खेतों में दौड़ते और एक-दूसरे के साथ समय बिताते। राजू ने बुद्धू की देखभाल की, और बुद्धू ने राजू को हर मुश्किल में समर्थन दिया। एक दिन, गाँव में आग लग गई। सभी लोग डर गए और भागने लगे। राजू ने देखा कि उसकी माँ आग में फँस गई हैं। वह तुरंत दौड़कर घर की ओर गया, लेकिन रास्ता धुएँ से भरा हुआ था। बुद्धू ने राजू का हाथ पकड़ लिया और उसे सुरक्षित रास्ते की ओर ले गया। राजू ने अपनी माँ को बचाया और गाँव वालों ने उनकी बहादुरी की तारीफ की। उस दिन राजू ने सीखा कि सच्ची दोस्ती में निस्वार्थता और साहस होता है। बुद्धू और राजू की दोस्ती और मजबूत हो गई, और वे हमेशा एक-दूसरे का साथ निभाते रहे। इस तरह, एक चोटिल कुत्ता और एक नन्हा लड़का, दोनों ने मिलकर न केवल एक-दूसरे का जीवन बदल दिया, बल्कि सच्ची दोस्ती की एक अनमोल मिसाल भी पेश की। ©Pooja

#मोटिवेशनल #navratri #moral  **एक अनमोल दोस्ती**

गाँव में एक छोटा सा लड़का, राजू, अपनी माँ के साथ रहता था। राजू बहुत ही मिलनसार और खुशमिजाज था, लेकिन उसके पास कोई खास दोस्त नहीं था। एक दिन, जब वह नदी के किनारे खेल रहा था, उसने एक चोटिल कुत्ते को देखा। कुत्ता बहुत कमजोर और डरा हुआ था।

राजू ने सोचा, "मुझे इसे बचाना चाहिए।" उसने कुत्ते को धीरे-धीरे अपने पास बुलाया और उसे खाना दिया। कुत्ता राजू के प्रति विश्वास जताने लगा और जल्द ही दोनों अच्छे दोस्त बन गए। राजू ने उसे "बुद्धू" नाम दिया।

दिन बीतते गए, और बुद्धू हमेशा राजू के साथ रहता था। वे दोनों हर दिन नदी पर खेलते, खेतों में दौड़ते और एक-दूसरे के साथ समय बिताते। राजू ने बुद्धू की देखभाल की, और बुद्धू ने राजू को हर मुश्किल में समर्थन दिया।

एक दिन, गाँव में आग लग गई। सभी लोग डर गए और भागने लगे। राजू ने देखा कि उसकी माँ आग में फँस गई हैं। वह तुरंत दौड़कर घर की ओर गया, लेकिन रास्ता धुएँ से भरा हुआ था। बुद्धू ने राजू का हाथ पकड़ लिया और उसे सुरक्षित रास्ते की ओर ले गया।

राजू ने अपनी माँ को बचाया और गाँव वालों ने उनकी बहादुरी की तारीफ की। उस दिन राजू ने सीखा कि सच्ची दोस्ती में निस्वार्थता और साहस होता है। बुद्धू और राजू की दोस्ती और मजबूत हो गई, और वे हमेशा एक-दूसरे का साथ निभाते रहे।

इस तरह, एक चोटिल कुत्ता और एक नन्हा लड़का, दोनों ने मिलकर न केवल एक-दूसरे का जीवन बदल दिया, बल्कि सच्ची दोस्ती की एक अनमोल मिसाल भी पेश की।

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#navratri #moral story

13 Love

White ### अनमोल मित्रता गाँव में एक लड़का, रामू, और एक कुत्ता, टॉमी, रहते थे। रामू बहुत ही साधारण लड़का था, लेकिन उसकी दिलकश मुस्कान से सबको भाता था। टॉमी, एक प्यारा सा कुत्ता, हमेशा रामू के साथ रहता था। एक दिन, रामू ने सोचा कि वह अपने दोस्तों के साथ खेलने जाएगा। टॉमी ने भी उसका पीछा किया। खेलते-खेलते सभी दोस्तों ने एक पुराने कुएँ की ओर जाने का फैसला किया। रामू ने ध्यान नहीं दिया, लेकिन टॉमी ने देखा कि कुएँ का किनारा कमजोर था। जैसे ही रामू कुएँ के करीब गया, अचानक वह फिसलकर अंदर गिर गया। सब लोग घबरा गए, लेकिन टॉमी ने बिना समय गंवाए भौंका और मदद के लिए दौड़ पड़ा। गाँव के लोग टॉमी की आवाज सुनकर आए। टॉमी ने सभी को कुएँ के पास लाकर रामू की स्थिति बताई। गाँव वालों ने जल्दी से एक रस्सी बनाई और रामू को बाहर निकाल लिया। रामू ने टॉमी को गले लगाते हुए कहा, "तू मेरी जान है।" उस दिन से रामू और टॉमी की मित्रता और भी मजबूत हो गई। सबने सीखा कि सच्ची मित्रता न केवल खुशियों में, बल्कि मुश्किल समय में भी साथ निभाती है। ©Pooja

 White ### अनमोल मित्रता

गाँव में एक लड़का, रामू, और एक कुत्ता, टॉमी, रहते थे। रामू बहुत ही साधारण लड़का था, लेकिन उसकी दिलकश मुस्कान से सबको भाता था। टॉमी, एक प्यारा सा कुत्ता, हमेशा रामू के साथ रहता था। 

एक दिन, रामू ने सोचा कि वह अपने दोस्तों के साथ खेलने जाएगा। टॉमी ने भी उसका पीछा किया। खेलते-खेलते सभी दोस्तों ने एक पुराने कुएँ की ओर जाने का फैसला किया। रामू ने ध्यान नहीं दिया, लेकिन टॉमी ने देखा कि कुएँ का किनारा कमजोर था।

जैसे ही रामू कुएँ के करीब गया, अचानक वह फिसलकर अंदर गिर गया। सब लोग घबरा गए, लेकिन टॉमी ने बिना समय गंवाए भौंका और मदद के लिए दौड़ पड़ा। गाँव के लोग टॉमी की आवाज सुनकर आए। 

टॉमी ने सभी को कुएँ के पास लाकर रामू की स्थिति बताई। गाँव वालों ने जल्दी से एक रस्सी बनाई और रामू को बाहर निकाल लिया। रामू ने टॉमी को गले लगाते हुए कहा, "तू मेरी जान है।"

उस दिन से रामू और टॉमी की मित्रता और भी मजबूत हो गई। सबने सीखा कि सच्ची मित्रता न केवल खुशियों में, बल्कि मुश्किल समय में भी साथ निभाती है।

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#Moral story

10 Love

White ### एक अनोखी सुबह एक छोटे से गांव में राधा नाम की एक लड़की रहती थी। वह हमेशा नई चीजें खोजने में लगी रहती थी। एक सुबह, उसने अपनी दादी से सुना कि गांव के पास एक पुराना पेड़ है, जिसे लोग जादुई मानते हैं। कहा जाता था कि जो भी उस पेड़ के नीचे अपनी मनोकामना रखता, उसकी इच्छा पूरी हो जाती। राधा ने तय किया कि वह उस पेड़ के पास जाएगी। उसने अपने दोस्तों को भी साथ ले लिया। जब वे पेड़ के पास पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि पेड़ बड़ा और घना था, और उसके चारों ओर सुनहरा प्रकाश फैला था। सभी ने अपनी-अपनी इच्छाएं बताई और पेड़ के नीचे बैठ गए। राधा ने आंखें बंद करके सोचा, "मैं चाहती हूं कि हमारे गांव में कभी कोई भूखा न रहे।" अचानक, पेड़ की शाखाओं में हल्की हलचल हुई, और एक मधुर आवाज सुनाई दी, "तुम्हारी इच्छा सुन ली गई है।" कुछ दिनों बाद, गांव में एक अनोखा परिवर्तन आया। लोग एक-दूसरे की मदद करने लगे। सबने मिलकर एक बड़ा बगीचा बनाया और उसमें सब्जियां उगाईं। अब गांव में किसी को भी खाने की कमी नहीं थी। राधा और उसके दोस्तों ने समझा कि सच्ची इच्छाएं केवल अपने लिए नहीं, बल्कि दूसरों के लिए भी होनी चाहिए। उस दिन से राधा ने हमेशा अपने विचारों में सकारात्मकता और सहयोग का महत्व समझा। गांव की कहानी फैल गई, और लोग दूर-दूर से उस जादुई पेड़ को देखने आने लगे। राधा का दिल गर्व से भर गया, क्योंकि उसने न केवल अपनी बल्कि अपने गांव की भी एक अनोखी सुबह देखी थी। ©Pooja

 White ### एक अनोखी सुबह

एक छोटे से गांव में राधा नाम की एक लड़की रहती थी। वह हमेशा नई चीजें खोजने में लगी रहती थी। एक सुबह, उसने अपनी दादी से सुना कि गांव के पास एक पुराना पेड़ है, जिसे लोग जादुई मानते हैं। कहा जाता था कि जो भी उस पेड़ के नीचे अपनी मनोकामना रखता, उसकी इच्छा पूरी हो जाती।

राधा ने तय किया कि वह उस पेड़ के पास जाएगी। उसने अपने दोस्तों को भी साथ ले लिया। जब वे पेड़ के पास पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि पेड़ बड़ा और घना था, और उसके चारों ओर सुनहरा प्रकाश फैला था। सभी ने अपनी-अपनी इच्छाएं बताई और पेड़ के नीचे बैठ गए।

राधा ने आंखें बंद करके सोचा, "मैं चाहती हूं कि हमारे गांव में कभी कोई भूखा न रहे।" अचानक, पेड़ की शाखाओं में हल्की हलचल हुई, और एक मधुर आवाज सुनाई दी, "तुम्हारी इच्छा सुन ली गई है।"

कुछ दिनों बाद, गांव में एक अनोखा परिवर्तन आया। लोग एक-दूसरे की मदद करने लगे। सबने मिलकर एक बड़ा बगीचा बनाया और उसमें सब्जियां उगाईं। अब गांव में किसी को भी खाने की कमी नहीं थी।

राधा और उसके दोस्तों ने समझा कि सच्ची इच्छाएं केवल अपने लिए नहीं, बल्कि दूसरों के लिए भी होनी चाहिए। उस दिन से राधा ने हमेशा अपने विचारों में सकारात्मकता और सहयोग का महत्व समझा।

गांव की कहानी फैल गई, और लोग दूर-दूर से उस जादुई पेड़ को देखने आने लगे। राधा का दिल गर्व से भर गया, क्योंकि उसने न केवल अपनी बल्कि अपने गांव की भी एक अनोखी सुबह देखी थी।

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#Moral story

15 Love

White **एक अनोखी दोस्ती** गाँव में एक छोटा सा लड़का था जिसका नाम राघव था। वह हमेशा अकेला रहता था और उसकी कोई खास दोस्ती नहीं थी। एक दिन, जब वह जंगल में खेल रहा था, उसने एक घायल चिड़िया को देखा। चिड़िया का पंख टूट गया था और वह उड़ नहीं सकती थी। राघव ने चिड़िया को उठाया और उसे घर ले आया। उसने उसकी देखभाल की, उसे खाना दिया और धीरे-धीरे चिड़िया ठीक हो गई। चिड़िया ने राघव को धन्यवाद कहा और उसकी दोस्ती स्वीकार कर ली। कुछ दिनों बाद, जब चिड़िया पूरी तरह से स्वस्थ हो गई, उसने उड़ने का मन बनाया। राघव ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन चिड़िया ने कहा, "मैं हमेशा तुम्हारे पास रहूंगी। तुम मुझे कभी भूलना मत।" चिड़िया ने उड़ान भरी, और राघव ने उसे अलविदा कहा। लेकिन वह जानता था कि उनकी दोस्ती हमेशा जीवित रहेगी। वक्त बीतता गया, लेकिन राघव अब अकेला नहीं था। वह अक्सर चिड़िया को अपने आसपास महसूस करता था। जब भी वह उदास होता, चिड़िया आसमान में चक्कर लगाती और उसे हंसाने आती। इस तरह, राघव ने एक अनोखी दोस्ती की कहानी लिखी, जो न सिर्फ उसे बल्कि पूरे गाँव को सिखाती थी कि सच्ची दोस्ती का कोई रंग नहीं होता, वह हर परिस्थिति में खिलती है। ©Pooja

#मोटिवेशनल #gandhi_jayanti #moral  White **एक अनोखी दोस्ती**

गाँव में एक छोटा सा लड़का था जिसका नाम राघव था। वह हमेशा अकेला रहता था और उसकी कोई खास दोस्ती नहीं थी। एक दिन, जब वह जंगल में खेल रहा था, उसने एक घायल चिड़िया को देखा। चिड़िया का पंख टूट गया था और वह उड़ नहीं सकती थी।

राघव ने चिड़िया को उठाया और उसे घर ले आया। उसने उसकी देखभाल की, उसे खाना दिया और धीरे-धीरे चिड़िया ठीक हो गई। चिड़िया ने राघव को धन्यवाद कहा और उसकी दोस्ती स्वीकार कर ली। 

कुछ दिनों बाद, जब चिड़िया पूरी तरह से स्वस्थ हो गई, उसने उड़ने का मन बनाया। राघव ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन चिड़िया ने कहा, "मैं हमेशा तुम्हारे पास रहूंगी। तुम मुझे कभी भूलना मत।"

चिड़िया ने उड़ान भरी, और राघव ने उसे अलविदा कहा। लेकिन वह जानता था कि उनकी दोस्ती हमेशा जीवित रहेगी। 

वक्त बीतता गया, लेकिन राघव अब अकेला नहीं था। वह अक्सर चिड़िया को अपने आसपास महसूस करता था। जब भी वह उदास होता, चिड़िया आसमान में चक्कर लगाती और उसे हंसाने आती। 

इस तरह, राघव ने एक अनोखी दोस्ती की कहानी लिखी, जो न सिर्फ उसे बल्कि पूरे गाँव को सिखाती थी कि सच्ची दोस्ती का कोई रंग नहीं होता, वह हर परिस्थिति में खिलती है।

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#gandhi_jayanti #moral story

17 Love

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