मुश्किलों को मुश्किलों में डाल सकता हूं
मैं हर मुसीबत का हल निकाल सकता हूं
तुम साथ चलते तो अच्छा होता दोस्त,वैसे
ख़ुद को अकेला भी मैं संभाल सकता हूं..
अच्छी नहीं कानाफूसी गैरों से मेरे बारे में...
पूछ मैं भी तुमसे कुछ सवाल सकता हूं.....
मुश्किलों को मुश्किलों में डाल सकता हूं...
कर इससे भी बुरा तुम्हारा हाल सकता हूं..
चलो छोड़ो जाने दो, क्या गिला करें तुझसे..
तू जा संभाल यार जिसे संभालना है तुझे...
मेरी फिक्र ना कर ख़ुश हूं,और रहूंगा हमेशा..
वैसे ख़ुद को अकेला भी मैं संभाल सकता हूं....
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