ASHISH KUMAR TIWARI

ASHISH KUMAR TIWARI

कवि मैं अनंत हूँ, साहित्य की पहचान हूँ, दुर्बलों की आवाज हूँ, हिन्दी मेरी माँ है, और यारों मैं हिंदुस्तान हूँ watsapp no. 7489968465 insta ashishtiwari165 https://youtu.be/tooZbLbKTX0 please subscribe

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White हर ज़ख्म में मरहम लगा लिया मैंने, इन कठपुतलियों से मुस्कुराना सीख लिया मैंने, लोगों को तो बस मेरा मुस्कुराना दिखता है, क्योंकि दर्द तो सारा छिपा लिया मैंने ©ASHISH KUMAR TIWARI

#शायरी #Sad_Status  White हर ज़ख्म में मरहम लगा लिया मैंने,
इन कठपुतलियों से मुस्कुराना सीख लिया मैंने,
लोगों को तो बस मेरा मुस्कुराना दिखता है,
क्योंकि दर्द तो सारा छिपा लिया मैंने

©ASHISH KUMAR TIWARI

#Sad_Status 'दर्द भरी शायरी'

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#शायरी #rainy_season  White इतने घने अंधेरे में गुनगुना रहे हो,
किसी धोखेबाज के चंगुल से मुक्त होकर आ रहे हो,
उसे चांद समझनें की भूल कर बैठे थे क्या,
कोई बात नहीं ,
अब तुम समझ जाओ कि सही रास्ते में आ रहे हो,,,,

©ASHISH KUMAR TIWARI

#rainy_season

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#शायरी #rainy_season  White हमें क्यूं किनारे दिखा रहे हो,
कई दफे तो मेरे पैर फिसल चुके हैं,
और जहां पे तुम डुबाने की कोशिशों में हो,
वहां से तो कई डुबकियां लगा के ,
हम बाहर निकल चुके हैं,,

©ASHISH KUMAR TIWARI

#rainy_season

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#शायरी #sunlight  हमने दस्तक दी थी अपनों के दरवाजों पर, 
खुला तो सिर्फ एक वो भी अनजाने का।

©ASHISH KUMAR TIWARI

#sunlight

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#GarajteBaadal #समाज  तू आज अकेले को सता ले, 
कल तेरा भी वक्त आएगा, 
आज तू् बलवान है मार ‌ ले, 
आज न सही‌ कल तू भी‌ मारा जाएगा

©ASHISH KUMAR TIWARI

#GarajteBaadal

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अर्से पहले मैंने भी बगीचे में गुलाब लगाया था, दोस्तों अब उसमें कांटे बहुत हो गए हैं ©ASHISH KUMAR TIWARI

#Flower #लव  अर्से पहले मैंने भी बगीचे में गुलाब लगाया था, 
दोस्तों अब उसमें कांटे बहुत हो गए हैं

©ASHISH KUMAR TIWARI

#Flower

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