White कभी-कभी आहट होती है अब भी दिल में तेरी तस्वीर देखकर,
सिमट कर रह जाता हूं खुद ही खुद में अपना नसीब देखकर।
इंतहा क्या होगी मेरी मोहब्बत की इससे ज्यादा,
मर-मर के जी रहा हूं तुझसे बिछड़ कर।
और एक रोज जरूर बताऊंगा तुझे अपना हाल तुझसे लिपट कर।
कभी-कभी आहट होती है, अब भी दिल में तेरी तस्वीर देखकर।।
©MaNish kumar
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