Sign in
SHIVA KANT(Shayar)

SHIVA KANT(Shayar)

Writer✍️✍️ Born to shine on 03 Oct अभी सूरज की तरह तप रहा हूँ, कल सूरज की तरह चमकूँगा भी🌞😊😊🌞

https://www.instagram.com/shivakant4899

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video

White तेरी यादों का कमल, फिर से खिल रहा है..! एक नया दर्द यूँ ही, नए रंग में मिल रहा है..! ©SHIVA KANT(Shayar)

#Sad_Status #Dard  White तेरी यादों का कमल,
फिर से खिल रहा है..!
एक नया दर्द यूँ ही,
नए रंग में मिल रहा है..!

©SHIVA KANT(Shayar)

White सादगी से परिपूर्ण, खूबसूरत रखती हो विचार..! चलती है संगीत सी बजाती, तुम्हारी पायल की झंकार..! मधुरम तुम्हारी वाणी, कोमलता का करे संचार..! बड़े ही अच्छे लगते हैं, उच्चतम तुम्हारे संस्कार..! हौले हौले खिले पुष्प, दिल की जमीं पे करे प्रसार..! गुनाह-ए-इश्क़ करे है, प्रेम का सदैव यूँ प्रचार..! समां कर जिस्म में रूह बन, अपने रूप से करे अख़्तियार..! ©SHIVA KANT(Shayar)

#love_shayari #saadgi  White सादगी से परिपूर्ण,
खूबसूरत रखती हो विचार..!

चलती है संगीत सी बजाती,
तुम्हारी पायल की झंकार..!

मधुरम तुम्हारी वाणी,
कोमलता का करे संचार..!

बड़े ही अच्छे लगते हैं,
उच्चतम तुम्हारे संस्कार..!

हौले हौले खिले पुष्प,
दिल की जमीं पे करे प्रसार..!

गुनाह-ए-इश्क़ करे है,
प्रेम का सदैव यूँ प्रचार..!

समां कर जिस्म में रूह बन,
अपने रूप से करे अख़्तियार..!

©SHIVA KANT(Shayar)

White बचपन जिया मस्ती में माँ बाप के शासन में, राजकुमार सी ज़िन्दगी पाकर भी बेकार हो गए..! आज आई है बहु बन कर बेटों की देखो, माँ बाप बच्चों के प्यार के तलबगार हो गए..! कभी लड़ते थे माँ बाप के लिए सभी से, आज लड़ते माँ बाप की संपत्ति के हक़दार हो गए..! बनाया महल बड़े जतन से खुशियों की उम्मीद में, आज उसी में जैसे किरायेदार हो गए..! बूढ़ी हड्डियों को अपनी ताक़त का जोर दिखा, कमजोर मानसिकता वाले भी ताक़तवर हो गए..! सिखाया चलना उंगली पकड़ जिन्होंने, जीवन जीने का जो सार दे गए..! सच में बड़े हो गए बच्चे अब, खुद से ही समझदार हो गए..! भूल कर मर्यादा सारी, जुबाँ अपशब्द की दरबार हो गए..! कभी चोट लगने पर जो पुकारे माँ, आज खुद ही जैसे असरदार हो गए..! सेवाभाव सब भूल गए, नकारात्मकता का किरदार हो गए..! नहीं रहे जब माता पिता दुनियाँ में, दिखावे के सभी वफादार हो गए..! ©SHIVA KANT(Shayar)

#good_night #bachpan  White बचपन जिया मस्ती में माँ बाप के शासन में,
राजकुमार सी ज़िन्दगी पाकर भी बेकार हो गए..!

आज आई है बहु बन कर बेटों की देखो,
माँ बाप बच्चों के प्यार के तलबगार हो गए..!

कभी लड़ते थे माँ बाप के लिए सभी से,
आज लड़ते माँ बाप की संपत्ति के हक़दार हो गए..!

बनाया महल बड़े जतन से खुशियों की उम्मीद में,
आज उसी में जैसे किरायेदार हो गए..!

बूढ़ी हड्डियों को अपनी ताक़त का जोर दिखा,
कमजोर मानसिकता वाले भी ताक़तवर हो गए..!

सिखाया चलना उंगली पकड़ जिन्होंने,
जीवन जीने का जो सार दे गए..!

सच में बड़े हो गए बच्चे अब,
खुद से ही समझदार हो गए..!

भूल कर मर्यादा सारी,
जुबाँ अपशब्द की दरबार हो गए..!

कभी चोट लगने पर जो पुकारे माँ,
आज खुद ही जैसे असरदार हो गए..!

सेवाभाव सब भूल गए,
नकारात्मकता का किरदार हो गए..!

नहीं रहे जब माता पिता दुनियाँ में,
दिखावे के सभी वफादार हो गए..!

©SHIVA KANT(Shayar)

White मर कर भी जीना चाहता हूँ, मैं ख्वाबों में रहना चाहता हूँ..! क्यों पडूँ मैं जीवन के झमेले में, मैं पिता के साये में जीना चाहता हूँ..! हो न सकेगा जो मुमकिन अब, मैं यादों में खोना चाहता हूँ..! लग कर सीने से पिता के, मैं खूब रोना चाहता हूँ..! मेरी दुनियाँ मैं एक, तुम ही थे बस मसीहा मेरे..! ये बात मैं अपने, पिता से कहना चाहता हूँ..! ©SHIVA KANT(Shayar)

#Sad_Status #pita  White  मर कर भी जीना चाहता हूँ,
मैं ख्वाबों में रहना चाहता हूँ..!
क्यों पडूँ मैं जीवन के झमेले में,
मैं पिता के साये में जीना चाहता हूँ..!
हो न सकेगा जो मुमकिन अब,
मैं यादों में खोना चाहता हूँ..!
लग कर सीने से पिता के,
मैं खूब रोना चाहता हूँ..!
मेरी दुनियाँ मैं एक,
तुम ही थे बस मसीहा मेरे..!
ये बात मैं अपने,
पिता से कहना चाहता हूँ..!

©SHIVA KANT(Shayar)

White न जाने क्यों वो हमसे नराज़ हैं इस क़दर रोज़ उनका इंतज़ार करते हैं ..! थक गयी हैं मेरी आँखे जिनके दीदार को न जाने कहाँ छिप गए हैं वो ..! उनसे बात किये बिना दिन नहीं गुजरते हैं ,एक दिन ज़िन्दगी गुजर जाएगी यूँ ही उनका दीदार किये बगैर और वो हैं जो अपने गुरुर में फिरते हैं ..! उनके आने की उम्मीद तो रहती है दिल में पर वो आते नहीं, इतना भी कोई किसी को सताता नहीं ..! कोई गलती हो गयी हो हमसे तो माफ़ करना मेरे यार यूँ बात किये बिना दिन गुजरते नहीं ..! ©SHIVA KANT(Shayar)

#najanekyun #Thinking  White  न जाने क्यों वो हमसे नराज़ हैं इस क़दर रोज़ उनका इंतज़ार करते हैं ..!
थक गयी हैं मेरी आँखे जिनके दीदार को न जाने कहाँ छिप गए हैं वो ..!
उनसे बात किये बिना दिन नहीं गुजरते हैं ,एक दिन ज़िन्दगी गुजर जाएगी यूँ ही उनका दीदार किये बगैर और वो हैं जो अपने गुरुर में फिरते हैं ..!
उनके आने की उम्मीद तो रहती है दिल में पर वो आते नहीं, इतना भी कोई किसी को सताता नहीं ..!
कोई गलती हो गयी हो हमसे तो माफ़ करना मेरे यार यूँ बात किये बिना दिन गुजरते नहीं ..!

©SHIVA KANT(Shayar)

White वो छोड़ चला यूँ दौड़ चला,ज़िम्मेदारियों से मुँह मोड़ चला..! जाने अनजाने में दफ़्न कर ख़ुद को,बेरुख़ी का कफ़न औढ़ चला..! ©SHIVA KANT(Shayar)

#sad_quotes #chhodchala  White  वो छोड़ चला यूँ दौड़ चला,ज़िम्मेदारियों से मुँह मोड़ चला..!
जाने अनजाने में दफ़्न कर ख़ुद को,बेरुख़ी का कफ़न औढ़ चला..!

©SHIVA KANT(Shayar)
Trending Topic