White करवा चौथ
करवा चौथ के व्रत को
वो त्यौहार-सा मनाती है,
ढेर सारी घर की जिम्मेदारियां के बीच,
आज के दिन खुद को दुल्हन-सा सजाती है,
अपने सातों श्रृंगार से वो,
अपने भावों को खुलकर बताती है,
यूं तो प्यार से छोटे-मोटे झगड़े करती है हर रोज,
पर आज समुद्र की गहराई-सी मोहब्बत जताती है,
कुछ यूं करवा चौथ के व्रत को,
वो त्यौहार-सा मनाती है ।
पहन लाल जोड़ा सुकून का वो,
साथी के होने की रंगत को दिखाती है,
एक दिन पहले ही लगा हाथों पर मेहंदी,
मानो वो अपनी किस्मत लिखवाती है,
वो स्त्री ही है जो भूल सारी खामियां पुरुष की,
आज अपने पति को चाँद-सा बताती है,
कुछ यूं करवा चौथ के व्रत को,
वो त्यौहार-सा मनाती है ।
मांग में सिन्दूर, गले में मंगलसूत्र,
कानों में बालियां और बालों में गजरा लगाती है,
माथे पर बिंदी, आंखों में काज़ल,
नाक में नथनी और होठों पर लाली लगाती है,
उंगलियों में अंगूठी, हाथों में लाल चूड़ा,
पैरों में पायल व बिछिया जमाती है,
ऐसे; वो आज के दिन; देवी-सी बन,
हमसफ़र के लम्बी उम्र की अरदास लगाती है,
कुछ यूं करवा चौथ के व्रत को,
वो त्यौहार-सा मनाती है,
कुछ यूं करवा चौथ के व्रत को,
वो त्यौहार-सा मनाती है ।
✍️✍️✍️ *बिट्टू कुमार*
©Bittu Kumar
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