Er. Ajay pawar

Er. Ajay pawar Lives in Chhindwara, Madhya Pradesh, India

  • Latest
  • Popular
  • Video
#शायरी  ये हवाए अच्छी लगने लगती है
 ये घटाये अच्छी लगने लगती है
 खूब मचलने लगता है दिल
 जब पहला प्यार होता है...! 

 हर पल ख्याल उसका आता है
 हर शख्स में नज़र वो आता है 
ख़ुस रहने लगता है दिल 
जब पहला प्यार होता है...! 

 उसे पहला संदेश पहुंचाना हो 
या फिर पहला फोन मिलाना हो 
धड़कने तेज हो जाती है 
जब पहला प्यार होता है...! 

 प्यार के लिए लड़ जाऊंगा 
मै मर जाउंगा मिट जाउंगा 
खुद पर खुमार होता है 
जब पहला प्यार होता है...! 

मिलने से रोकेगा जमाना और तमाम मुश्किले 
पर खत्म न होने दूंगा मै मुलाकात के सिलसिले
 योद्धाओं वाला आत्मविश्वास आता है
 जब पहला प्यार होता है...! 

 उसे ये अच्छा लगता है वो नहीं
 मै ये करू भी या फिर हां या नहीं
बड़ी उलझनों में दिल फंस जाता है 
जब पहला प्यार होता है...! 

अपने सिवा किसी और से जो वो बात करे 
 दो पल भी किसी और से वो मुलाकात करें 
बड़े जोर का गुस्सा आता है
 जब पहला प्यार होता है...! 

बस वो सही और हू मै सही
 बाकी लगता ना कुछ सही 
इश्क पर गुमान आता है
 जब पहला प्यार होता है...!

©Er. Ajay pawar

ये हवाए अच्छी लगने लगती है ये घटाये अच्छी लगने लगती है खूब मचलने लगता है दिल जब पहला प्यार होता है...! हर पल ख्याल उसका आता है हर शख्स में नज़र वो आता है ख़ुस रहने लगता है दिल जब पहला प्यार होता है...! उसे पहला संदेश पहुंचाना हो या फिर पहला फोन मिलाना हो धड़कने तेज हो जाती है जब पहला प्यार होता है...! प्यार के लिए लड़ जाऊंगा मै मर जाउंगा मिट जाउंगा खुद पर खुमार होता है जब पहला प्यार होता है...! मिलने से रोकेगा जमाना और तमाम मुश्किले पर खत्म न होने दूंगा मै मुलाकात के सिलसिले योद्धाओं वाला आत्मविश्वास आता है जब पहला प्यार होता है...! उसे ये अच्छा लगता है वो नहीं मै ये करू भी या फिर हां या नहीं बड़ी उलझनों में दिल फंस जाता है जब पहला प्यार होता है...! अपने सिवा किसी और से जो वो बात करे दो पल भी किसी और से वो मुलाकात करें बड़े जोर का गुस्सा आता है जब पहला प्यार होता है...! बस वो सही और हू मै सही बाकी लगता ना कुछ सही इश्क पर गुमान आता है जब पहला प्यार होता है...! ©Er. Ajay pawar

72 View

#कविता  क्या तू मेरी, यादो में कभी रोती होगी
 क्या फिर से हम मिले, खुदा से कहती होगी
 क्या घुट घुट के मर रही है, तू भी बिन मेरे... 
या फिर भूल के अतीत, तू आज मैं ही जीती होंगी

वैसे जी तो मैं रहा ही हूं बिन तेरे 
असल में दिन काटता हु,मै बिन तेरे
 वो जीना तो मैंने तब से है,छोड़ा 
जब छूटा था दामन से हाथ तेरे.... 

चलू कोई अब मैं, ऐसी तो कोई चाल नहीं है
तू भी संभल गई है, पहले सी बेहाल नहीं है
 देना चाहता हूँ मैं तुझे सारे जवाब..... 
पर क्यू पूछती तू ,अब कोई सवाल नहीं है? 

 मुझे तो हक नहीं कि मैं कोई सवाल करूं 
तू अब है ना खुश, फ़िर मैं क्यू बवाल करु 
माँगता फिर रहा हूँ मैं तुमसे माफ़िया.... 
बता इश्क में तेरे मैं और क्या कमाल करू? 

 पर जो होती अगर अभी भी तू साथ मेरे
 थामे होते जो अभी भी तूने हाथ मेरे 
तो ये जो तन्हाइयो मे मैं घिरा हू ना अब 
ऐसे तो ना होते कभी भी हालात मेरे ! 

जाने कैसी उलझनों मे मैं फस गया हूँ ? 
गमो का दलदल है, मैं गले तक धंस गया हूं 
बुझाना तो है मुझे ये दिल में लगी आग 
पर मैं वो बादल जो वक्त से पहले बरस गया!

©Er. Ajay pawar

क्या तू मेरी, यादो में कभी रोती होगी क्या फिर से हम मिले, खुदा से कहती होगी क्या घुट घुट के मर रही है, तू भी बिन मेरे... या फिर भूल के अतीत, तू आज मैं ही जीती होंगी वैसे जी तो मैं रहा ही हूं बिन तेरे असल में दिन काटता हु,मै बिन तेरे वो जीना तो मैंने तब से है,छोड़ा जब छूटा था दामन से हाथ तेरे.... चलू कोई अब मैं, ऐसी तो कोई चाल नहीं है तू भी संभल गई है, पहले सी बेहाल नहीं है देना चाहता हूँ मैं तुझे सारे जवाब..... पर क्यू पूछती तू ,अब कोई सवाल नहीं है? मुझे तो हक नहीं कि मैं कोई सवाल करूं तू अब है ना खुश, फ़िर मैं क्यू बवाल करु माँगता फिर रहा हूँ मैं तुमसे माफ़िया.... बता इश्क में तेरे मैं और क्या कमाल करू? पर जो होती अगर अभी भी तू साथ मेरे थामे होते जो अभी भी तूने हाथ मेरे तो ये जो तन्हाइयो मे मैं घिरा हू ना अब ऐसे तो ना होते कभी भी हालात मेरे ! जाने कैसी उलझनों मे मैं फस गया हूँ ? गमो का दलदल है, मैं गले तक धंस गया हूं बुझाना तो है मुझे ये दिल में लगी आग पर मैं वो बादल जो वक्त से पहले बरस गया! ©Er. Ajay pawar

72 View

ये जो रंगीन लगती है दुनिया तुमको असल में है ये कितनी बेरंग....... क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो देख रही हो हंसते चेहरे कितने खामोश हैं भीतर से... क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो रंगीन लगती है दुनिया तुमको असल में है ये कितनी बेरंग....... क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो देख रही हो हंसते चेहरे कितने खामोश हैं भीतर से... क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो लोग खुल के सब कह देते हैं ना कइयो राज दफन किये बैठे हैं दिल में क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जिनकी दोस्ती की दुहाई देते हैं लोग कच्चे धागे से बांधते हैं रिश्ते क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो मदद के लिए खड़े है तेरी खुद कुछ लेना चाहते है तुमसे क्या तुम्हें मालूम भी है...? बेमतलब से खड़े हो जाते हैं जो तेरे लिए कुछ मतलब उनको भी निकालना है तुमसे क्या तुम्हें मालूम भी है...? भरोसा दिला रहे हैं राज को राज रखेंगे परोसेंगे राज मिर्च मसाले के संग क्या तुम्हें मालूम भी है...? जो उम्मीद दिलाता है कर दूंगा सब ठीक वो भी समेट नहीं पा रहा है खुद का दर्द क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो लोग खुल के सब कह देते हैं ना कइयो राज दफन किये बैठे हैं दिल में क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जिनकी दोस्ती की दुहाई देते हैं लोग कच्चे धागे से बांधते हैं रिश्ते क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो मदद के लिए खड़े है तेरी खुद कुछ लेना चाहते है तुमसे क्या तुम्हें मालूम भी है...? बेमतलब से खड़े हो जाते हैं जो तेरे लिए कुछ मतलब उनको भी निकालना है तुमसे क्या तुम्हें मालूम भी है...? भरोसा दिला रहे हैं राज को राज रखेंगे परोसेंगे राज मिर्च मसाले के संग क्या तुम्हें मालूम भी है...? जो उम्मीद दिलाता है कर दूंगा सब ठीक वो भी समेट नहीं पा रहा है खुद का दर्द क्या तुम्हें मालूम भी है...? ©Er. Ajay pawar

#शायरी  ये जो रंगीन लगती है दुनिया तुमको 
असल में है ये कितनी बेरंग....... 
क्या तुम्हें मालूम भी है...?
 ये जो देख रही हो हंसते चेहरे 
कितने खामोश हैं भीतर से...
 क्या तुम्हें  मालूम भी है...? 
 ये जो रंगीन लगती है दुनिया तुमको 
असल में है ये कितनी बेरंग....... 
क्या तुम्हें मालूम भी है...?
 ये जो देख रही हो हंसते चेहरे 
कितने खामोश हैं भीतर से...
 क्या तुम्हें मालूम भी है...? 
ये जो लोग खुल के सब कह देते हैं ना
 कइयो राज दफन किये बैठे हैं दिल में
 क्या तुम्हें मालूम भी है...? 
ये जिनकी दोस्ती की दुहाई देते हैं लोग
 कच्चे धागे से बांधते हैं रिश्ते
 क्या तुम्हें मालूम भी है...? 
ये जो मदद के लिए खड़े है तेरी 
खुद कुछ लेना चाहते है तुमसे 
क्या तुम्हें मालूम भी है...? 
बेमतलब से खड़े हो जाते हैं जो तेरे लिए 
कुछ मतलब उनको भी निकालना है तुमसे 
क्या तुम्हें मालूम भी है...? 
भरोसा दिला रहे हैं राज को राज रखेंगे
 परोसेंगे राज मिर्च मसाले के संग
 क्या तुम्हें मालूम भी है...? 
जो उम्मीद दिलाता है कर दूंगा सब ठीक
  वो भी समेट नहीं पा रहा है खुद का दर्द
 क्या तुम्हें मालूम भी है...? 
ये जो लोग खुल के सब कह देते हैं ना
 कइयो राज दफन किये बैठे हैं दिल में
 क्या तुम्हें मालूम भी है...? 
ये जिनकी दोस्ती की दुहाई देते हैं लोग
 कच्चे धागे से बांधते हैं रिश्ते
 क्या तुम्हें मालूम भी है...? 
ये जो मदद के लिए खड़े है तेरी 
खुद कुछ लेना चाहते है तुमसे 
क्या तुम्हें मालूम भी है...? 
बेमतलब से खड़े हो जाते हैं जो तेरे लिए 
कुछ मतलब उनको भी निकालना है तुमसे 
क्या तुम्हें मालूम भी है...? 
भरोसा दिला रहे हैं राज को राज रखेंगे
 परोसेंगे राज मिर्च मसाले के संग
 क्या तुम्हें मालूम भी है...? 
जो उम्मीद दिलाता है कर दूंगा सब ठीक
  वो भी समेट नहीं पा रहा है खुद का दर्द
 क्या तुम्हें मालूम भी है...?

©Er. Ajay pawar

ये जो रंगीन लगती है दुनिया तुमको असल में है ये कितनी बेरंग....... क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो देख रही हो हंसते चेहरे कितने खामोश हैं भीतर से... क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो रंगीन लगती है दुनिया तुमको असल में है ये कितनी बेरंग....... क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो देख रही हो हंसते चेहरे कितने खामोश हैं भीतर से... क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो लोग खुल के सब कह देते हैं ना कइयो राज दफन किये बैठे हैं दिल में क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जिनकी दोस्ती की दुहाई देते हैं लोग कच्चे धागे से बांधते हैं रिश्ते क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो मदद के लिए खड़े है तेरी खुद कुछ लेना चाहते है तुमसे क्या तुम्हें मालूम भी है...? बेमतलब से खड़े हो जाते हैं जो तेरे लिए कुछ मतलब उनको भी निकालना है तुमसे क्या तुम्हें मालूम भी है...? भरोसा दिला रहे हैं राज को राज रखेंगे परोसेंगे राज मिर्च मसाले के संग क्या तुम्हें मालूम भी है...? जो उम्मीद दिलाता है कर दूंगा सब ठीक वो भी समेट नहीं पा रहा है खुद का दर्द क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो लोग खुल के सब कह देते हैं ना कइयो राज दफन किये बैठे हैं दिल में क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जिनकी दोस्ती की दुहाई देते हैं लोग कच्चे धागे से बांधते हैं रिश्ते क्या तुम्हें मालूम भी है...? ये जो मदद के लिए खड़े है तेरी खुद कुछ लेना चाहते है तुमसे क्या तुम्हें मालूम भी है...? बेमतलब से खड़े हो जाते हैं जो तेरे लिए कुछ मतलब उनको भी निकालना है तुमसे क्या तुम्हें मालूम भी है...? भरोसा दिला रहे हैं राज को राज रखेंगे परोसेंगे राज मिर्च मसाले के संग क्या तुम्हें मालूम भी है...? जो उम्मीद दिलाता है कर दूंगा सब ठीक वो भी समेट नहीं पा रहा है खुद का दर्द क्या तुम्हें मालूम भी है...? ©Er. Ajay pawar

16 Love

#शायरी #sadak  मिलने का इरादा न था , पर हम मिले
फिर मिले इतने , उम्मीद से ज्यादा मिले
अंजाम-ए-इश्क़ से भी वाक़िफ़ थे हम
 जब भी मिले,बिछड़ने का इरादा ले के मिले

©Er. Ajay pawar

#sadak

72 View

#शायरी #ishq #Dil #gam  तुझे अपने इश्क़ पर बड़ा गुमान है 
याने की तू हकीकत से  अंजान है 

किसी ने कहा और तूने मान लिया
क्या सच मे इश्क़ इतना आसान है

कितना आसान है इश्क़ बस इतना समझ ले 
तु ही है निसाने पर तेरे ही हाथो मे  कमान है |

इश्क़ से पहले तो तु ऐसा बिल्कुल नही था
 मुह  तेरा है, पर मुह मे किसकी जुबान है

©Er. Ajay pawar

#gam #ishq #Dil

72 View

#न्यूज़ #nojota #New

#New #nojota

72 View

Trending Topic