यादों का बक्सा नही है पास मेरे, मैने जो उस का था उसे ही वापिस कर दिया, उस ने पता नहीं खोला जा कही छोड दिया, मगर मैने भी माना अनजान है!! कह कर हर रिश्ता तोड़ दिया,क्यों रखू यादों को में जब दिल में बसने वाले ने दिल ही तोड़ दिया , अकेली हूं खुश हूं अच्छा है मैने उस का सब कुछ उसे ही मोड़ दिया......
©Alfaaz Heer De
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