मां...आप पर ये सारे संसार की खुशियां निसार है
मैं कहा ढूंढ़ रहा था अरे ...मां ही तो मेरा पहला प्यार है
कैसे मां ..बताओ कैसे... तुम्हारा प्यार इतना निस्वार्थ है
कैसे सिर्फ बच्चों की खुशी तुम्हारे जीने के लिए प्रर्याप्त है
उसकी खामोशी भी आज बहुत कुछ बोल रही है
और वो मेरे प्यार को बस एक तराजू से तोल रही है..
अपने आशिकी का पन्ना थोड़ा कीमती लाना यारों...
ये दुनिया आशिकी को भी बाजार के भाव मोल रही है..
मौत ही थी...आ.आ जाती...क्या फर्क पड़ता है...
मर मर के ही जी रहे थे उनकी यादों में ...
आज मर ...ही जाते ...क्या फर्क पड़ता है...
वो इल्ज़ाम बेवफाई का हम पर लगा रही...
खुद रकीब के साथ ...पर..क्या फर्क पड़ता है...
दर्द तो पहले ही बहुत दे चुकी...
थोड़ा और ...दे गई ...क्या फर्क पड़ता है...
मौत ही थी...आ.आ जाती...क्या फर्क पड़ता है...
मर मर के ही जी रहे थे उनकी यादों में ...
आज मर ...ही जाते ...क्या फर्क पड़ता है.
11 Love
मीठा सा दर्द लगता है उसे अपने बच्चे की लातों में
कहा से लाओगे वो स्वाद जो होता है माँ के हाथों में
तुझे खिलाने के खातिर वह खुद रही भूखी कई रातों में
ये कर्ज नही बंया कर पाओगे ज़िन्दगी के बही खातो में
मां
थक चुकी हूं मां इन दरिंदो से
मां मेरा कसूर क्या था ये सवाल आज फिर दिल में दहल उठा है...
खुदा से आस थी पर शायद आज वो भी मेरी किस्मत से रूठा है...
पापा आप ने चुना है तो ये गलती फिर कैसे हुई ....
ये आपका बनाया अटुट रिश्ता आज कैसे इस कदर टुटा है...
थक चुकी हूं मां इन दरिंदो से
मेरा कसूर क्या था ये सवाल आज फिर दिल में दहल उठा है...
खुदा से आस थी पर शायद आज वो भी मेरी किस्मत से रूठा है...
पापा आप ने चुना है तो ये गलती फिर कैसे हुई ....
ये आपका बनाया अटुट रिश्ता आज कैसे इस कदर टुटा है...#duniyadari
11 Love
खुशी से गुजर गया वो वक्त,
पर अब वक्त से गुजर जाने की शिकायत क्यों है।
कुछ वक्त साथ थे तुम,
पर अब हर वक्त साथ रहने की ख्वाहिश क्यों है।
अकेले में खुश थे हम,
पर अब अकेलेपन से इस कदर डर क्यों है।
हिमाकत करता उसके आंसू पोंछने की,
पर उसके जाने पर हमारी आंखों में आंसू क्यों है।
Love you sister
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