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 ##My Heart ##

छोड़ देंगे अब तुम्हे हम परेशान करना,
कि लगता है तुम्हे हमारी बातें पसंद नहीं।
छोड़ देंगे तुमसे अब मिलना -जुलना,
कि लगता है तुम्हें हमारी आदतें पसंद नहीं।

वो तो हमने तुम्हें अपना बनाना चाहा था,
किया था भरोसा तुमपर, 
और तेरा भरोसा पाना चाहा था।
कि लगता है तुम्हे हमारा साथ पसंद नहीं,
हमारी नजदीकियां हमारी शरारतें पसंद नहीं।

हमें तो हंसना -हंसाना अच्छा लगता है,
खुश रहना और खुश रखना अच्छा लगता है।
हम आपको चाहें आप हमें चाहें यह अच्छा लगता है।
नही छिपाना कुछ , सबकुछ बताना अच्छा लगता है।

नही पसंद हमे कि हम जबरन आपके हो जाएं
आपको पसंद नहीं तो भी हम आपसे बतलायें,
आप नजरें चुरायें हम से और हम आपके पास आएं,
नही पसंद हमे कि हम आपको हंसाना चाहें, 
और आप  मुंह बनाते जाएं।

तो चलो हम भी आपसे दूरियां बना लेते हैं,
हम आपसे और आप हमसे दूर चले जाते हैं।

©Advocate Gautam kejriwal

#standAlone

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बेजुबान राहें थमीं सांसें बेसुकूं दिल आलम बेहाल बेचैन मन आँखें नम कहां जाएं बेसब्र जज़्बात न कोई मेहफिल किस कदर जिएं अब जहान रेगिस्तान बना जब रंगीनियत उजड़ चली काटें है हवा भी.......... ©Anuradha Sharma

#stay_home_stay_safe #yqquotes #oneliner #lockdown  बेजुबान राहें 
थमीं सांसें
बेसुकूं दिल 
आलम बेहाल 
बेचैन मन 
आँखें नम 
कहां जाएं 
बेसब्र जज़्बात 
न कोई मेहफिल 
किस कदर जिएं अब
जहान रेगिस्तान बना जब
रंगीनियत उजड़ चली
काटें है हवा भी..........

©Anuradha Sharma

गुरु परमात्मा को निवना क्या है गुरमुख संत जन बताते हैं कि गुर रूपी नाम को भूझ लेना जो सन्त जन देते हैं बिल्कुल फ्री और फ़िर उस को मान कर उसे कमाना।। गुरबाणी गुरु जी फरमान करते हैं,"तुधनो निवना मनन तेरा नाओ।।" ©Biikrmjet Sing

#गुरु_परमात्मा_को_निवना_क्या_है #ਗਿਆਨ  गुरु परमात्मा को निवना क्या है गुरमुख संत जन बताते हैं कि गुर रूपी नाम को भूझ लेना जो सन्त जन देते हैं बिल्कुल फ्री और फ़िर उस को मान कर उसे कमाना।। गुरबाणी गुरु जी फरमान करते हैं,"तुधनो निवना मनन तेरा नाओ।।"

©Biikrmjet Sing

आया था वो दौर भी जिंदगी में मेरे, जब निकल पड़ी थी मैं अकेली कंधो पर बेटी की जिम्मेदारी का भार लिए, कष्ट भरी थी राहे मेरी , सामने थे कांटे बिछे, बोली ताने लगे थे लोग मारने, पर... बनकर गूंगी बहरी मैने , वो सब थे दरकिनार किए, कभी कभी तो आई मुसीबत ऐसी, कदम मेरे भी डगमगा गए, पर फिर पड़ती जब निगाहे बेटी पर, तो लगता जैसे पांव में थे पहिए लगे, पहुंचाना होगा बेटी को लक्ष्य तक मुझे, ये स्मरण था काफी दिल के जख्म भरने के लिए, यही सोच मैं करती थी मेहनत निरंतर ऐसे , किसी कुम्हार का हूं गधा मैं जैसे, देखते देखते ना केवल दिन रात बीते बल्कि... गुजर गए थे ना जानें साल ये कितने?? पढ़ लिख कर बन गई काबिल बेटी एक दिन , अब उसके थे पीले हाथ मुझको करने। आएगा कब , कौन ?बन राजकुमार लेने कहा से बेटी को घर से मेरे, यही चिंता मुझको दिन रात लगी सताने, फिर एक दिन आया वो राजकुमार भी आखिर, गाजे -बाजे और बाराती संग में, ले गया ब्याह कर मेरी चिरैया, आंगन ही नही दिल भी सूना हो गया था जैसे, अब है दो बच्चों की मां वो गुड़िया मेरी, सब फर्ज मैने अपने पूरे किए, सब फर्ज मैने पूरे किए। ©kamlesh pratap singh

#ज़िन्दगी #stay_home_stay_safe  आया था वो दौर भी जिंदगी में मेरे, जब निकल पड़ी थी मैं अकेली कंधो पर बेटी की जिम्मेदारी का भार लिए, कष्ट भरी थी राहे मेरी , सामने थे कांटे बिछे, बोली ताने लगे थे लोग मारने, पर...  बनकर गूंगी बहरी मैने , वो सब थे दरकिनार किए, कभी कभी तो आई मुसीबत ऐसी, कदम मेरे भी डगमगा गए, पर फिर पड़ती जब निगाहे बेटी पर, तो लगता जैसे पांव में थे पहिए लगे, पहुंचाना होगा बेटी को लक्ष्य तक मुझे, ये स्मरण था काफी दिल के जख्म भरने के लिए, यही सोच मैं करती थी मेहनत निरंतर ऐसे , किसी कुम्हार का हूं गधा मैं जैसे, देखते देखते ना केवल दिन रात बीते बल्कि... गुजर गए थे ना जानें  साल ये कितने?? पढ़ लिख कर बन गई काबिल बेटी एक दिन , अब उसके थे पीले हाथ  मुझको करने।  आएगा कब , कौन ?बन राजकुमार लेने कहा से बेटी को घर से मेरे, यही चिंता मुझको दिन रात लगी सताने, फिर एक दिन आया वो राजकुमार भी आखिर, गाजे -बाजे और बाराती संग में, ले गया ब्याह कर मेरी चिरैया, आंगन ही नही दिल भी सूना हो गया था जैसे, अब है दो बच्चों की मां वो गुड़िया मेरी, सब फर्ज मैने अपने पूरे किए, सब फर्ज मैने पूरे किए।

©kamlesh pratap singh

तेरी परछाई बनकर तेरे साथ चलना है। गलती से अगर साथ और हाथ छूट जाए तो तू भी तेरे साथ ही रहना है। कभी-कभी ना चाह कर भी शायद तुझे छोड़ कर जाना होगा मगर मेरा साया हमेशा तेरे साथ होगा ©Reena Tekam

#stay_home_stay_safe #विचार  तेरी परछाई बनकर तेरे साथ चलना है।
गलती से अगर साथ और हाथ छूट जाए तो
तू भी तेरे साथ ही रहना है।
कभी-कभी ना चाह कर भी
शायद तुझे छोड़ कर जाना होगा
मगर मेरा साया हमेशा तेरे साथ होगा

©Reena Tekam

उसको जाते हुए देखना इतना खूबसूरत था की , हर बार ही उससे यूँ ही लड़ लिया करता था 'मैं। वो अकेली ही जाती हुई दिखती थी, पर उसके साथ ही चल लिया करता था 'मैं '। ये हांड-माँस का शरीर ही बचा था खुद पे , आने वाली परेशानियों को पहले ही पढ़ लिया करता था ' मैं '। ©Manoj Kumar Pathak

#stay_home_stay_safe #कविता  उसको जाते हुए देखना 
इतना खूबसूरत था की  ,
हर बार ही उससे यूँ ही 
लड़ लिया करता था 'मैं। 

वो अकेली ही जाती हुई 
दिखती थी,
पर उसके साथ ही चल 
लिया करता था 'मैं '। 

ये हांड-माँस का शरीर ही 
बचा था खुद पे ,
आने वाली परेशानियों को पहले 
ही पढ़ लिया करता था ' मैं '।

©Manoj Kumar Pathak
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