White
साधना
साधना के रूप कई हैं ,
और साधक के रंग,
अपनी अपनी विशिष्टता है ,
अपने अपने ढंग।
शिक्षा भी एक साधना है ,
साधक उसके छात्र,
इसकी शक्ति उन्हे मिलेगी
जो हैं इसके पात्र।
स्वयं को समर्थ बनाना है
तो भरो उग्र हुंकार,
कर के सर संधान लक्ष्य पर
करो स्वप्न साकार।
शिक्षा रूपी साधना ये,
है नहीं सरल कोई कर्म,
सतत अनुशासन, धैर्य, समर्पण
हैं इसके गुणधर्म।
दृढ़ निश्चय ,अविचल विश्वास;
एक साधक का श्रृंगार,
सहर्ष त्यागना पड़ जाएगा
सुख स्वजन परिवार।
अमित ताप के प्रखर शिखा से
स्वयं को कर दे कुंदन,
सुवासित कर जग को आभा से
जैसे हो तुम चंदन।
Written by
©ADITYA AGNIHOTRI
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here