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मत पूछ मेरे नाम की पहचान कहाँ तक है तू बदनाम कर तेरी औकात जहाँ तक है
तेरे साथ वो आसमां भी अपना दूसरा आशियाना लगता था, तेरे बगैर बेमतलब सी, बेवजह, बेकार लगती है ये ज़मीं भी। ©Broken_Shivi
Broken_Shivi
1 Love
गम लहरें अश्क दरिया कभी खामोश होते नहीं, इक हलचल इक बेचैनी दिल आवारा सोते नहीं। ©Broken_Shivi
मेरे अश्कों की जरा तुम भी तो परवाह करो, देखो ये सारा जहां रो पड़ा है देखते देखते।। ©Broken_Shivi
खोई खोई आंखों में तेरी जुस्तजू लेके बैठी हूं मैं, आ बैठ पास के तेरे और मेरे हाल की बात करें।। ©Broken_Shivi
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जमीं सी तुम बिछ गई...आसमा सा मैं ढक गया, जो ना करना था कर गए, कहो क्या याद है तुम्हें? ©Broken_Shivi
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