Roopsingh Doi

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White छोर से देखा तो चमक रहा था गौर से देखा तो महक रहा था नजरिया बदल दिया देखने मैंने इसलिए हर कोई मुझ पर तनक रहा था हरे कृष्ण हरे हरे ©Roopsingh Doi

#शायरी  White छोर से देखा तो चमक रहा था 
गौर से देखा तो महक रहा था
नजरिया बदल दिया देखने मैंने 
इसलिए हर कोई मुझ पर तनक रहा था

हरे कृष्ण हरे हरे

©Roopsingh Doi

इसलिए हर कोई मुझ पर तनक रहा था

12 Love

White यहा जलने वाले दिये को एतराज है कि मेरे उजाले में ये किसका राज है मगर कमबख्त कौन सुनता है यहा इसलिए दिये तले अंधरो का राज है हरे कृष्ण हरे हरे ©Roopsingh Doi

#शायरी  White यहा जलने वाले दिये को एतराज है
कि मेरे उजाले में ये किसका राज है
मगर कमबख्त कौन सुनता है यहा 
इसलिए दिये तले अंधरो का राज है
हरे कृष्ण हरे हरे

©Roopsingh Doi

शायरी

12 Love

निरन्तरता काल की भंग होती जा रही है। संकल्पित साधना मन की रोती जा रही है अधिष्ठात्री माँ किन किन रूपों में आये जनाब, जमाने में सदभावनाओं की सिद्धि खोती जा रही हैं। दशहरा के शुभ अवसर पर माँ सिद्धिदात्री आपकी समस्त मनोकामनाओ को पूर्ण करें हरे कृष्ण हरे हरे ©Roopsingh Doi

#शायरी #Dussehra  निरन्तरता काल की भंग होती जा रही है।
संकल्पित साधना मन की रोती जा रही है
अधिष्ठात्री माँ किन किन रूपों में आये जनाब,
जमाने में सदभावनाओं की सिद्धि खोती जा रही हैं।
दशहरा के शुभ अवसर पर
माँ सिद्धिदात्री आपकी समस्त मनोकामनाओ को पूर्ण करें
हरे कृष्ण हरे हरे

©Roopsingh Doi

#Dussehra

12 Love

White निरन्तरता काल की भंग होती जा रही है। संकल्पित साधना मन की रोती जा रही है अधिष्ठात्री माँ किन किन रूपों में आये जनाब, जमाने में सदभावनाओं की सिद्धि खोती जा रही हैं। दशहरा के शुभ अवसर पर माँ सिद्धिदात्री आपकी समस्त मनोकामनाओ को पूर्ण करें हरे कृष्ण हरे हरे ©Roopsingh Doi

#शायरी  White 

निरन्तरता काल की भंग होती जा रही है।
संकल्पित साधना मन की रोती जा रही है
अधिष्ठात्री माँ किन किन रूपों में आये जनाब,
जमाने में सदभावनाओं की सिद्धि खोती जा रही हैं।
दशहरा के शुभ अवसर पर
माँ सिद्धिदात्री आपकी समस्त मनोकामनाओ को पूर्ण करें
हरे कृष्ण हरे हरे

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दशहरा संदेश

12 Love

सुना है हमनें मगर मालूम नहीं झूठ से हमारा कोई तालुक नहीं और एक दिन सच बोल दिया चौपाल पर इसीलिए गाँव में हमारा कोई वसूल नही हरे कृष्ण हरे हरे ©Roopsingh Doi

#शायरी  सुना है हमनें मगर मालूम नहीं 
झूठ से हमारा कोई तालुक नहीं 
और एक दिन सच बोल दिया चौपाल पर
इसीलिए गाँव में हमारा कोई वसूल नही
हरे कृष्ण हरे हरे

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शायरी

12 Love

ये वक़्त बता तू कितना मजबूत है ओर तेरे बिना मेरा क्या वजूद है इसलिए तू बदल अपने आपको बस मेरे जीने का तू ही अब सबूत है हरे कृष्ण हरे हरे ©Roopsingh Doi

#शायरी  ये वक़्त बता तू कितना मजबूत है
ओर तेरे बिना मेरा क्या वजूद है
इसलिए तू बदल अपने आपको
बस मेरे जीने का तू ही अब सबूत है
हरे कृष्ण हरे हरे

©Roopsingh Doi

शायरी

12 Love

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