काश कभी ऐसा भी हो कि मेरे #मर जाने के
बाद कहीं कोई #वीरान #कोने में #अकेला बैठ कर,
मेरे लिखे (#आशाआर) #अल्फाज पड़े!
मेरी #गजलें मेरी #नजमो #कविताओं #कहानियों
के जरिए मेरी #सोच की तह तक जा पहुंचे!
मेरी #रूह को जाने!
और अपने #जहन में मेरी एक #तस्वीर उकेरे,
और यह सोचे,
मुमकिन है कि मुझे #सरवन से #मोहब्बत हो जाती!
#man_ki_iksha
©Sarvan Singh Gill
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