Divyashree Mishra

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एक समाज है, जिसमे रहता है एक परिवार, जो आता है एक ऐसे वर्ग से, जिसे सपने देखने का हक नहीं है। रोज़ की ज़रूरत को पूरा करते करते, पूरी हो जाती है उस परिवार की ज़िंदगी। जहाँ बच्चो को जिंदगी जीना नहीं, पूरा करना सीखाता है हालात, और फिर, मनचले मन में उठते है कुछ ख़्वाब, और वो मन हर इंसान से पूछता है उसके मन में भरे ढेरो सवाल। दबा दिया जाता है, उसकी कुछ अनकही आकांक्षाओं को, परिवार के हालात को बार बार बता कर, चुप हो जाता है वो मन, एकदम चुप, कर लेता है स्वीकार हर बात को , तब वो बनता है समाज का हिस्सा, जिसे इस प्रथा को आगे बढ़ाना है, अपने जैसों को जिंदगी जीना नहीं, पूरा करना सीखाना है। ✍️दिव्या

#RaysOfHope  एक समाज है,
जिसमे रहता है एक परिवार,
जो आता है एक ऐसे वर्ग से, जिसे सपने देखने का हक नहीं है।
रोज़ की ज़रूरत को पूरा करते करते,
पूरी हो जाती है उस परिवार की ज़िंदगी।
जहाँ बच्चो को जिंदगी जीना नहीं, 
पूरा करना सीखाता है हालात,
और फिर,
 मनचले मन में उठते है कुछ ख़्वाब,
और वो मन हर इंसान से पूछता है उसके मन में भरे ढेरो सवाल।
दबा दिया जाता है, उसकी कुछ अनकही आकांक्षाओं को,
परिवार के हालात को बार बार बता कर,
चुप हो जाता है वो मन, एकदम चुप,
कर लेता है स्वीकार हर बात को ,
तब वो बनता है समाज का हिस्सा,
जिसे इस प्रथा को आगे बढ़ाना है,
अपने जैसों को जिंदगी जीना नहीं,
पूरा करना सीखाना है।

✍️दिव्या

#RaysOfHope

10 Love

खुशियों के फरिश्तों से आज मुलाकात हुई है सुनो, बहुत दिनों बाद आज दोस्तों से बात हुई है।

#friends  खुशियों के फरिश्तों से आज मुलाकात हुई है
सुनो,
बहुत दिनों बाद आज दोस्तों से बात हुई है।

#friends

10 Love

ॐ नमः शिवाय महाकाल उस इंसान का व्यक्तित्व दर्शाते हैं जिसे बहलाना और खुश करना तो बहुत आसान है। पर जब उसी सरल व्यक्ति को क्रोध आ जाये तो रौद्र रूप धारण करता है।

#Shiv  ॐ नमः शिवाय महाकाल उस इंसान का व्यक्तित्व दर्शाते हैं
जिसे बहलाना और खुश करना तो बहुत आसान है।
पर जब उसी सरल व्यक्ति को क्रोध आ जाये तो रौद्र रूप धारण करता है।

#Shiv

7 Love

नहीं मैं नहीं मानती, नहीं मानती इस कथनी को , जिसे बचपन से सुनती आयी हूँ, क्यों बताया गया हमें , की ऊपरवाले के बच्चे हैं हम, अगर बच्चे हैं उसके , तो क्यों नहीं तोला हमें एक तराज़ू में, क्यों किसी की किस्मत सोने की कलम से रची? तो क्यों किसी के लिए दो वक्त की रोटी भी न बची ? क्यों किसी की झोली खुशियों से भर दी , तो छोड़ दिया किसी को , दुनिया की सारी मुश्किलों से लड़ने के लिए, दुनिया में उसने दो पौधें लगाए, उसमें भी अंतर कर, कुछ को बना दिया फलदार पौधों का मालिक, तो क्यों किसी का बचपन छोड़ दिया काँटो से खेलने के लिए? सवाल करूँगी, याद रखूँगी, कभी मुलाकात हुई तो , सामना करना पड़ेगा उसे मेरे सवालों का, देना पड़ेगा जवाब इस भेदभाव का। ✍️दिव्या

#river  नहीं मैं नहीं मानती, 
नहीं मानती इस कथनी को ,
जिसे बचपन से सुनती आयी हूँ,
क्यों बताया गया हमें ,
की ऊपरवाले के बच्चे हैं हम,
अगर बच्चे हैं उसके ,
तो क्यों नहीं तोला हमें एक तराज़ू में,
क्यों किसी की किस्मत सोने की कलम से रची?
तो क्यों किसी के लिए दो वक्त की रोटी भी न बची ?
क्यों किसी की झोली खुशियों से भर दी ,
तो छोड़ दिया किसी को ,
दुनिया की सारी मुश्किलों से लड़ने के लिए,
दुनिया में उसने दो पौधें लगाए,
उसमें भी अंतर कर,
कुछ को बना दिया फलदार पौधों का मालिक,
तो क्यों किसी का बचपन छोड़ दिया काँटो से खेलने के लिए?
सवाल करूँगी,
याद रखूँगी, कभी मुलाकात हुई तो ,
सामना करना पड़ेगा उसे मेरे सवालों का,
देना पड़ेगा जवाब इस भेदभाव का।

✍️दिव्या

#river

9 Love

कोई नए रंगों की खोज करदो यार,,, कुछ रंग फीके पड़ गए तो, कुछ रंगों ने ही रंग बदल लिए

#weather  कोई नए रंगों की खोज करदो यार,,,
कुछ रंग फीके पड़ गए तो, कुछ रंगों ने ही रंग बदल लिए

#weather

12 Love

कुछ रिश्ते खामोशी की वजह से भी टूट जाती है, ज़रूरी नहीं हर बार गलती का ही दोष हो......💔

#Light  कुछ रिश्ते खामोशी की वजह से भी टूट जाती है,
ज़रूरी नहीं हर बार गलती का ही दोष हो......💔

#Light

8 Love

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