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#अधूरा_शायर..... INSTAGRAM - ohkabira43
हिज़रत का इरादा तो हमारा भी नही था पर इसके अलावा कोई चारा भी नही था दो बोल भी मीठे नही थे हमको मय्यसर यानी हमे तिनके का सहारा भी नही था। ©Kabir Thakur
Kabir Thakur
11 Love
हर एक शख़्स जहाँ इंतक़ाम ले रहा था वहाँ मैं सब्र-ओ-सादगी से काम ले रहा था दीवानगी का सबब पूछा जा रहा था मेरी मैं चुप था और हुज़ूम उसका नाम ले रहा था वो जिनका सोच के शहज़ादे खौफ़ खा रहे थे वो फ़ैसले तो तुम्हारा गुलाम ले रहा था । ©Kabir Thakur
12 Love
sunset nature महीनों बाद दफ्तर आ रहे हैं हम एक सदमे से बाहर आ रहे हैं तेरी बाहों से दिल उकता गया हैं अब इस झूले में चक्कर आ रहे हैं कहां सोया है चौकीदार मेरा ये कैसे लोग अंदर आ रहे हैं - Tehzeeb Hafi ©Kabir Thakur
14 Love
तेरे खौफ़ से डर सकता हूँ इतना नाटक कर सकता हूँ ! मुझको कुछ मत करने देना वरना कुछ भी कर सकता हूँ ! ©Kabir Thakur
9 Love
कोई अपना हो भले हो वो गुज़ारे लायक़ हाँ मगर हो वो यहाँ बस हमारे लायक़ देख कर तुझको कही और न और न देखा वरना तुझसे बेहतर थे कई लोग हमारे लायक़ ©Kabir Thakur
दुनिया को शानदार का मतलब नही पता मतलब हमारे यार का मतलब नही पता ! मैने कहा तलाश करूँगा कहाँ तुम्हे उसने कहा क़तार का मतलब नही पता ! खुदा करे तुम आंखे दिखाओ उसे जिस शख्स को ख़ुमार का मतलब नही पता ! वो वक़्त पर मिले न मिले फ़ायदे में हूं वो यूँ के इंतज़ार का मतलब नही पता ! बेबाक़ आदमी हूं मगर हूं तो आदमी शर्म आ रही हैं प्यार का मतलब नही पता ! ©Kabir Thakur
13 Love
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