English
# nature lover # DOB 16-01-2001 # poetry writing
चूमें कदम तुम्हारी खुशियाॅं अम्बर से ऊॅंचा सरताज हो दमके शौर्य आभा मुख ऐसे ज्यों उदित हुआ दिनमान हो बढ़ते जाओ सदा विजय को एक दिन सबको तुम पर नाज़ हो ©tameshwari sinha
tameshwari sinha
8 Love
बेहतर पता होता है उन्हें सफलता का स्वाद हार कर भी जिन्होंने किया अंत तक प्रयास संघर्षों के किस्सों की अनोखी एक बात अंधेरी रातों से गुज़री , सुबह होती है ख़ास हाथों में खींचीं चंद लकीरों की क्या बिसात?? जब मुठ्ठी में तक़दीर और मंजिल हो पास जब नेक है इरादें और भरी हौसलों में जान दुनिया में होगी एक दिन अपनी अलग पहचान ©tameshwari sinha
9 Love
अकेली नहीं हूॅं मैं..... तुम्हारी यादें मुझे तन्हाॅं छोड़तीं कहां है। ©tameshwari sinha
6 Love
तुम्हारी खुशबू बन जाती है मेरे रास्तें की breaker और चलती है जिस वजह से यह धड़कन तुम हो मेरे heart का वो pacemaker ©tameshwari sinha
ईद चला गया पर दीदार -ए -चांद न हुआ। खफा़ होकर के कहीं, बादलों में खो गया। ख़ता कोई हमसे हुई? या रुख़सत वो खुद हो गया। हुआ नहीं करती थी कभी रातें बिना उनके, जिंदगानी में अंधेरी, अधूरी दास्ताॅं रह गया। फासले कुछ इस तरह कायम हुए दरमियां मैं ठहरी जमीं, वो शून्य आसमां हो गया। ©tameshwari sinha
13 Love
इश्क़ लंबा सफर है कुछ अल्फ़ाज़ बचे रहने दो....!! ©tameshwari sinha
10 Love
You are not a Member of Nojoto with email
or already have account Login Here
Will restore all stories present before deactivation. It may take sometime to restore your stories.
Continue with Social Accounts
Download App
Stories | Poetry | Experiences | Opinion
कहानियाँ | कविताएँ | अनुभव | राय
Continue with
Download the Nojoto Appto write & record your stories!
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here