❝ एक रात, एक बात लिखेंगे..
हर कोई पढ़ सकें, इतना साफ लिखेंगे..
कोई जज़्बात नही, अपने ही अरमान लिखेंगे..
हसीन-ए-आलम नही, अपने ही हालात लिखेंगे..
बहुत शिकायत है, हमे तुझसे-ऐ-जिंदगी..
अब तेरे बारे में भी, एक किताब लिखेंगे..
लिखते-लिखते, खत्म ना हो जाए ये जिंदगी..
एक ही शब्द में, पूरी कायनात लिखेंगे..❞
©Pramod Padhy
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