Pramod Padhy

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White ମୋତେ ଚିନ୍ହି ପାରୁଛ ... ମୁ ତମର ସେଇ ଲୋକ ଯାହା ଦେହରୁ ବୋହି ଯାଇଥିବା ଝାଳ ରେ ଥିଲା ତୁମ ଭାଗର ବି ବୈଶାଖ ।। ©Pramod Padhy

#कविता  White ମୋତେ 
ଚିନ୍ହି ପାରୁଛ ...
ମୁ ତମର ସେଇ ଲୋକ
ଯାହା ଦେହରୁ ବୋହି ଯାଇଥିବା
ଝାଳ ରେ ଥିଲା
ତୁମ ଭାଗର ବି ବୈଶାଖ ।।

©Pramod Padhy

White ମୋତେ ଚିନ୍ହି ପାରୁଛ ... ମୁ ତମର ସେଇ ଲୋକ ଯାହା ଦେହରୁ ବୋହି ଯାଇଥିବା ଝାଳ ରେ ଥିଲା ତୁମ ଭାଗର ବି ବୈଶାଖ ।। ©Pramod Padhy

13 Love

White भटक गए हम राहों में मंजिल का ठिकाना नहीं था... ले गई जिंदगी उन राहों में जहां हमें जाना नही था... कुछ क़िस्मत की मेहरबानी कुछ हमारा कसूर था... हमने खो दिया सबकुछ वहां जहां हमे कुछ पाना नहीं था... ©Pramod Padhy

#शायरी  White भटक गए हम राहों में 
मंजिल का ठिकाना नहीं था...

ले गई जिंदगी उन राहों में
जहां हमें जाना नही था...

कुछ क़िस्मत की मेहरबानी
कुछ हमारा कसूर था...

हमने खो दिया सबकुछ वहां
जहां हमे कुछ पाना नहीं था...

©Pramod Padhy

White भटक गए हम राहों में मंजिल का ठिकाना नहीं था... ले गई जिंदगी उन राहों में जहां हमें जाना नही था... कुछ क़िस्मत की मेहरबानी कुछ हमारा कसूर था... हमने खो दिया सबकुछ वहां जहां हमे कुछ पाना नहीं था... ©Pramod Padhy

12 Love

White କେବେ ଅଧା କଥା, କେବେ ଅଧା କବିତା । ସବୁବେଳେ ମୁଁ ଅଧା ! କେବେ ଅଧା ସ୍ବପ୍ନ, କେବେ ଅଧା ପ୍ରେମ । ସବୁଥିରେ ମୁଁ ଅଧା ! କୃଷ୍ଣ ବି ଅଧା, ରାଧା ବି ଅଧା। ଶିବ ବି ଅଧା, ସତୀ ବି ଅଧା। ସବୁ ଅଧାରେ ରହିଛି ପୂର୍ଣ୍ଣତା ତେବେ ମୁଁ କେମିତି ଅଧା ! ©Pramod Padhy

#कविता  White କେବେ ଅଧା କଥା, 
କେବେ ଅଧା କବିତା ।
ସବୁବେଳେ ମୁଁ ଅଧା !
କେବେ ଅଧା ସ୍ବପ୍ନ, 
କେବେ ଅଧା ପ୍ରେମ ।
ସବୁଥିରେ ମୁଁ ଅଧା !
କୃଷ୍ଣ ବି ଅଧା, 
ରାଧା ବି ଅଧା।
ଶିବ ବି ଅଧା, 
ସତୀ ବି ଅଧା।
ସବୁ ଅଧାରେ ରହିଛି ପୂର୍ଣ୍ଣତା 
ତେବେ ମୁଁ କେମିତି ଅଧା !

©Pramod Padhy

White କେବେ ଅଧା କଥା, କେବେ ଅଧା କବିତା । ସବୁବେଳେ ମୁଁ ଅଧା ! କେବେ ଅଧା ସ୍ବପ୍ନ, କେବେ ଅଧା ପ୍ରେମ । ସବୁଥିରେ ମୁଁ ଅଧା ! କୃଷ୍ଣ ବି ଅଧା, ରାଧା ବି ଅଧା। ଶିବ ବି ଅଧା, ସତୀ ବି ଅଧା। ସବୁ ଅଧାରେ ରହିଛି ପୂର୍ଣ୍ଣତା ତେବେ ମୁଁ କେମିତି ଅଧା ! ©Pramod Padhy

16 Love

ଫଗୁଆ ଫଗୁଆ ଦିଶେ ତୁମ ମୁହଁ ପହିଲି ଫଗୁଣ ବର୍ଷାରେ ବଉଳ ବଉଳ ବାସିଲାଣି ଦେହ ବାଡୁଆ ପିରତୀ ନିଶାରେ ଆଖି ଲାଗିଲାଣି ନିଦୁଆ ନିଦୁଆ ନ ସହି ମନର ଭାରକୁ କଥାରେ କଥାରେ ଲାଜ ଚିପୁଡୁଛ କାମୁଡୁଛ ନିଜ ଓଠକୁ ଚେଇଁ ଚେଇଁ ଖାଲି ସପନ ଦେଖୁଛ ନ ଥିଲେ ବି ନିଦ ଶେଯରେ ଯିଏ ଦେଖୁଛନ୍ତି ସିଏତ କହନ୍ତି ପ୍ରେମ ତ ହେଲାଣି ଭିତରେ । ©Pramod Padhy

#कविता  ଫଗୁଆ ଫଗୁଆ ଦିଶେ ତୁମ ମୁହଁ 
ପହିଲି ଫଗୁଣ ବର୍ଷାରେ
ବଉଳ ବଉଳ ବାସିଲାଣି ଦେହ 
ବାଡୁଆ ପିରତୀ ନିଶାରେ
ଆଖି ଲାଗିଲାଣି ନିଦୁଆ ନିଦୁଆ 
ନ ସହି ମନର ଭାରକୁ
କଥାରେ କଥାରେ ଲାଜ ଚିପୁଡୁଛ
କାମୁଡୁଛ ନିଜ ଓଠକୁ
ଚେଇଁ ଚେଇଁ ଖାଲି ସପନ ଦେଖୁଛ 
ନ ଥିଲେ ବି ନିଦ ଶେଯରେ
ଯିଏ ଦେଖୁଛନ୍ତି ସିଏତ କହନ୍ତି 
ପ୍ରେମ ତ ହେଲାଣି  ଭିତରେ ।

©Pramod Padhy

प्यार पर कविता

13 Love

❝ एक रात, एक बात लिखेंगे.. हर कोई पढ़ सकें, इतना साफ लिखेंगे.. कोई जज़्बात नही, अपने ही अरमान लिखेंगे.. हसीन-ए-आलम नही, अपने ही हालात लिखेंगे.. बहुत शिकायत है, हमे तुझसे-ऐ-जिंदगी.. अब तेरे बारे में भी, एक किताब लिखेंगे.. लिखते-लिखते, खत्म ना हो जाए ये जिंदगी.. एक ही शब्द में, पूरी कायनात लिखेंगे..❞ ©Pramod Padhy

#शायरी  ❝ एक रात, एक बात लिखेंगे..
हर कोई पढ़ सकें, इतना साफ लिखेंगे..

कोई जज़्बात नही, अपने ही अरमान लिखेंगे..
हसीन-ए-आलम नही, अपने ही हालात लिखेंगे..

बहुत शिकायत है, हमे तुझसे-ऐ-जिंदगी..
अब तेरे बारे में भी, एक किताब लिखेंगे..

लिखते-लिखते, खत्म ना हो जाए ये जिंदगी..
एक ही शब्द में, पूरी कायनात लिखेंगे..❞

©Pramod Padhy

❝ एक रात, एक बात लिखेंगे.. हर कोई पढ़ सकें, इतना साफ लिखेंगे.. कोई जज़्बात नही, अपने ही अरमान लिखेंगे.. हसीन-ए-आलम नही, अपने ही हालात लिखेंगे.. बहुत शिकायत है, हमे तुझसे-ऐ-जिंदगी.. अब तेरे बारे में भी, एक किताब लिखेंगे.. लिखते-लिखते, खत्म ना हो जाए ये जिंदगी.. एक ही शब्द में, पूरी कायनात लिखेंगे..❞ ©Pramod Padhy

17 Love

❝ एक रात, एक बात लिखेंगे.. हर कोई पढ़ सकें, इतना साफ लिखेंगे.. कोई जज़्बात नही, अपने ही अरमान लिखेंगे.. हसीन-ए-आलम नही, अपने ही हालात लिखेंगे.. बहुत शिकायत है, हमे तुझसे-ऐ-जिंदगी.. अब तेरे बारे में भी, एक किताब लिखेंगे.. लिखते-लिखते, खत्म ना हो जाए ये जिंदगी.. एक ही शब्द में, पूरी कायनात लिखेंगे..❞ ©Pramod Padhy

#शायरी  ❝ एक रात, एक बात लिखेंगे..
हर कोई पढ़ सकें, इतना साफ लिखेंगे..

कोई जज़्बात नही, अपने ही अरमान लिखेंगे..
हसीन-ए-आलम नही, अपने ही हालात लिखेंगे..

बहुत शिकायत है, हमे तुझसे-ऐ-जिंदगी..
अब तेरे बारे में भी, एक किताब लिखेंगे..

लिखते-लिखते, खत्म ना हो जाए ये जिंदगी..
एक ही शब्द में, पूरी कायनात लिखेंगे..❞

©Pramod Padhy

❝ एक रात, एक बात लिखेंगे.. हर कोई पढ़ सकें, इतना साफ लिखेंगे.. कोई जज़्बात नही, अपने ही अरमान लिखेंगे.. हसीन-ए-आलम नही, अपने ही हालात लिखेंगे.. बहुत शिकायत है, हमे तुझसे-ऐ-जिंदगी.. अब तेरे बारे में भी, एक किताब लिखेंगे.. लिखते-लिखते, खत्म ना हो जाए ये जिंदगी.. एक ही शब्द में, पूरी कायनात लिखेंगे..❞ ©Pramod Padhy

12 Love

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