धूप भी जिसे छूने का बहाना करती है
चेहरे पर पड़ती किरणे यही इशारा करती है।
परछाई भी जिसे छूने का मन में इरादा करती है
न जाने उसकी मुस्कान कितने डूबते दिलो को किनारा करती है।।
#naresh.k
रिश्ता जो निस्वार्थ हो वो कच्चा हो नहीं सकता।
तेरी बातो से नरेश बेवफाई की बू आती है, तू सच्चा हो नहीं सकता।
इतनी सी उम्र में इतनी गहराई जो लिख लेता है,
शायर वो बड़ा होगा, बच्चा हो नहीं सकता।।
#naresh.k
यह गुलाबी दुपट्टा नहीं, मेरे प्यार की शराफ़त है,
होटों के पास जो तिल है ना, वो खुदा की शरारत है।
नवाजा है खुदा ने इतनी खूबसूरती से तुम्हे, काजल तुम्हारा बुरी नजरो से हिफाजत है।
और ज़ुल्फो को बोला करो यू गालो को न छुआ करे,
दिल में मेरे फिर उठती कई कयामत है!!!!
#naresh.k
जो चाहे तू जीवन उद्धार
तो बस प्रभु निहार,
कटेंगे बंधन 84 तेरे,लगाए जो मन से प्रभु के फेरे
जीत लाएगा फिर तू त्रिलोकीनाथ,
रे मन, तू बस प्रभु निहार।
छोड़ तन, धन का अहंकार, बड़े बड़े पड़े यहां काल के द्वार,
हरि सुमिरन में बंदे एकाग्र कर तन, मन और प्राण
अरे मनवा, तू बस प्रभु निहार
अरे मनवा, तू बस प्रभु निहार।।
#naresh.k
Continue with Social Accounts
Facebook Googleor already have account Login Here