धूप भी जिसे छूने का बहाना करती है चेहरे पर पड़ती क | हिंदी Shayari
"धूप भी जिसे छूने का बहाना करती है
चेहरे पर पड़ती किरणे यही इशारा करती है।
परछाई भी जिसे छूने का मन में इरादा करती है
न जाने उसकी मुस्कान कितने डूबते दिलो को किनारा करती है।।
#naresh.k"
धूप भी जिसे छूने का बहाना करती है
चेहरे पर पड़ती किरणे यही इशारा करती है।
परछाई भी जिसे छूने का मन में इरादा करती है
न जाने उसकी मुस्कान कितने डूबते दिलो को किनारा करती है।।
#naresh.k