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Dil Do Kisi Ek Ko Aur Wo Bhi Kisi Nek Ko, Mandir Ka Prasaad Nahin... Jo Baant Do Har Ek Ko. ©Mahar

#sunlight #SPMAHAR #Mahar  Dil Do Kisi Ek Ko
Aur Wo Bhi Kisi Nek Ko,
Mandir Ka Prasaad Nahin...
Jo Baant Do Har Ek Ko.

©Mahar

दिल दो किसी एक को और वो भी किसी नेक को, मंदिर का प्रसाद नहीं... जो बांट दो हर एक को। ©Mahar

#sunlight #SPMAHAR #Mahar  दिल दो किसी एक को
और वो भी किसी नेक को,
मंदिर का प्रसाद नहीं...
जो बांट दो हर एक को।

©Mahar

सब कुछ हमारे हाथ में नहीं होता और जो हमारे हाथ में नहीं होता वो उनके हाथ में होता है वो सब ठीक कर सकते हैं ये विश्वास हमारे भीतर साहस भर देता है। उन मुश्किल दिनों में जो अज्ञात रूप से आते हैं। हमे तकलीफ पहुंचाने.... सत्य में शिव हैं और शिव में सत्य है। और उस अनंत सत्य के आगे हम नतमस्तक हैं। !! ॐ नमः शिवाय !! 🙏 ©Poonam

#कोट्स #poonam_Singh #sunlight  सब कुछ हमारे हाथ में नहीं होता
और जो हमारे हाथ में नहीं होता
वो उनके हाथ में होता है
वो सब ठीक कर सकते हैं
ये विश्वास हमारे भीतर साहस भर देता है।
उन मुश्किल दिनों में जो
अज्ञात रूप से आते हैं।
हमे तकलीफ पहुंचाने....
सत्य में शिव हैं
और शिव में सत्य है।
और उस अनंत सत्य के आगे
हम नतमस्तक हैं।
!! ॐ नमः शिवाय !!

🙏

©Poonam

जब उसकी यादों की तलब बढ़ जाती है मैं सिगरेट पीने लगता हूं। भूलकर सारे सुखंवर अपने, मैं दुःख को जीने लगता हूं अगर ये लौ कम नहीं होती सिगरेट से तो शराब पीने लगता हूं। शराब का नशा यादों पर हावी हो जाता है फिर दिल भी कहीं वीरानों में खो जाता है दिमाग चला जाता है ढूंढने उसे ख्यालों में और शरीर थक के सो जाता है। सुबह होती है, फोन उठाता हूं, कोई मैसेज आया होगा नहीं आता है रोजमर्रा की जिंदगी में मशगूल होते हुए भी वो चेहरा आंखों के सामने से नहीं जाता है। शाम के साथ साथ मैं भी ढलने लगता हूं शराफ़त से अय्याशी की ओर चलने लगता हूं वो नहीं मेरे हाथों की लकीरों में ये कहकर अपने मन को बहलाने लग गया हूं रात होते ही वही सिगरेट वही शराब यही प्रकिया बार बार दोहराने लग गया हूं।। ©अरूण सर्वेश

 जब उसकी यादों की तलब बढ़ जाती है 
मैं सिगरेट पीने लगता हूं।
भूलकर सारे सुखंवर अपने, मैं दुःख को जीने लगता हूं
अगर ये लौ कम नहीं होती सिगरेट से 
तो शराब पीने लगता हूं।

शराब का नशा यादों पर हावी हो जाता है 
फिर दिल भी कहीं वीरानों में खो जाता है 
दिमाग चला जाता है ढूंढने उसे ख्यालों में 
और शरीर थक के सो जाता है।

सुबह होती है, फोन उठाता हूं, कोई मैसेज आया होगा 
नहीं आता है  
रोजमर्रा की जिंदगी में मशगूल होते हुए भी
वो चेहरा आंखों के सामने से नहीं जाता है।

शाम के साथ साथ मैं भी ढलने लगता हूं 
शराफ़त से अय्याशी की ओर चलने लगता हूं 
वो नहीं मेरे हाथों की लकीरों में 
ये कहकर अपने मन को बहलाने लग गया हूं 
रात होते ही वही सिगरेट वही शराब 
यही प्रकिया बार बार दोहराने लग गया हूं।।

©अरूण सर्वेश

जब उसकी यादों की तलब बढ़ जाती है मैं सिगरेट पीने लगता हूं। भूलकर सारे सुखंवर अपने, मैं दुःख को जीने लगता हूं अगर ये लौ कम नहीं होती सिगरेट से तो शराब पीने लगता हूं। शराब का नशा यादों पर हावी हो जाता है फिर दिल भी कहीं वीरानों में खो जाता है दिमाग चला जाता है ढूंढने उसे ख्यालों में और शरीर थक के सो जाता है। सुबह होती है, फोन उठाता हूं, कोई मैसेज आया होगा नहीं आता है रोजमर्रा की जिंदगी में मशगूल होते हुए भी वो चेहरा आंखों के सामने से नहीं जाता है। शाम के साथ साथ मैं भी ढलने लगता हूं शराफ़त से अय्याशी की ओर चलने लगता हूं वो नहीं मेरे हाथों की लकीरों में ये कहकर अपने मन को बहलाने लग गया हूं रात होते ही वही सिगरेट वही शराब यही प्रकिया बार बार दोहराने लग गया हूं।। ©अरूण सर्वेश

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#sunlight #Videos  आज कल हर लोग खुद को gentle 
और दुसरे को mental 
समझे मे ब्यस्त...✍️

©RUPESH Kr SINHA

#sunlight

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Akhbar Se Ho Gayi Hai Jindgi Har Roj Ek Nayi Khabar 📝 ©Deepika Pal

#sunlight #लव  Akhbar Se Ho Gayi Hai Jindgi Har Roj Ek Nayi Khabar 📝

©Deepika Pal

#sunlight लव सैड शायरी

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