White प्रेम मिलता है जिसे वो किस्मत वाले होंगे
अब सच्चे आशिकों को मझधार में छोड़ा जाता है
भर देते है,मुहब्बत के लम्हे ज़िस्मोरूह में पहले
फिर लाकर मंजिल पर दिल अक्सर तोड़ा जाता है
फिर होता है यूं कि आशिक घुट घुट कर जीता है
दिल तोड़ने वाले का कुछ थोड़े जाता है
सच कहूं तो मुहब्बत से अब डरना पड़ता है
चाहे कितना भी रोको प्यार मगर करना पड़ता है
महबूब मिल जाए तो बदल जाती है जैसे दुनिया
वरना जिंदा जिस्म को रख कर अंदर अंदर मरना पड़ता है
मुहब्बत न मिलना मेरे लिए बड़ी बात नहीं है
जिंदा रहने के वैसे भी मेरे हालात नहीं है
सारे जख्म भर सकते है अगर वो दिल पर हाथ रख दे
वैसे तो मेरा, मै भी मेरे साथ नहीं है।
©Aviraaz creations
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