मैं सुबह की धूप,तू रात की अंगड़ाई
मैं एक अल्हड़ भँवरा,तू कली कोई शरमाई
मैं गर्मी की तप्त लू,तू कोई ठंडी पुरवाई
मैं शोर किसी बाजार का,तू शादी की शहनाई
मैं उथला-ठहरा पानी,तू सागर की गहराई
मैं बुझे दीप की बाती,तू लौ कोई जगमगाई
Dipti
उसने पूछा मुझसे क्या तुम कैद कर सकते हो हथेलियों में अपनी दुनिया
मैं हँस पडा़ उसके बचपने पर,बोला नहीं मेरी हथेलियाँ छोटी हैं, क्या तुम कर सकती हो?
वो पास आई और मेरे चेहरे को अपनी हथेलियों में लेकर बोली,लो कैद कर ली मैंने अपनी दुनिया
मैं फिर से उसके इस बचपने पर हँस पडा़ पर इस मेरी हँसी में प्यार था और उसके साथ होने का गुरुर भी।
#whatislove ? If you want to describe love,a song from Bollywood is enough for this.सिर्फ एहसास है ये रूह से महसूस करो, प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम न दो। aur aaj kal to pyar v Kalyugi ho gaya h.
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