जमीदार के शिमला ,मसूरी ,दून खेतां म्ह
न्यू ए कटणी उसकी सारी जून खेतां म्ह
बारह मीहने काम करे जा छुट्टी ना होती
हो संडे मंडे ऑफ कदे भी ड्यूटी ना होती
पूरे साल सातों दिन हों बिरून खेतां म्ह
हिल स्टेशन देख्योड़ा ना, बीच का बेरा
गरमी सरदी चाहे चोमासा एक सै डेरा
हो घूमणा सैर सपाटे सुकून खेतां म्ह
घाम का हो फेस पैक अर पोडर रेत आळा
महक पसीने आळी उठ्ठै सैंट कसूता चाळा
ब्युटी पार्लर, मेकप रूम, सलून खेतां म्ह
AC कमरे नहीं धूप म्ह चाम सेकणी हो सै
फौजी ढाळा देश भलाई, देह टेकणी हो सै
एक बहावै बोड्डर पै एक खून खेतां म्ह
क्लब, थियेटर, पाँच सितारा होटल माट्टी रै
जीणा मरणा होता उसका टोटल माट्टी रै
राजबीर फिरै टोहता एक कूण खेत्तां म्हं
राजबीर खोरड़ा
22/06/24
©Rajbir Khorda
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