ज्ञान में स्वयं के अलावा कुछ नहीं दिखता है,
परंतु प्रेम में स्वयं का कुछ नहीं दिखता।
In knowledge nothing is seen except the self,
but in love nothing of the self is seen.
ज्ञाने न किञ्चिदात्मव्यतिरिक्तं दृश्यते,
प्रेमे तु आत्मनः किमपि न दृश्यते।
©मलंग
बिल्कुल बहना 👍 👍 👍 👍