दर्द कहा तक कितना लिखा है
मेरे हाथ में ऐसी कोई लकीर नहीं
जितना करता हु सबका दिल से
बदले मे थोड़ा सा पाऊं ऐसी मेरी
तकदीर नहीं
जो खत्म करदे मेरे दर्द को मुझसे
दूर
ऐसा मिला कोई फकीर नहीं
जैसा करते हैं लोग मेरे साथ
मैं भी वैसा करू उनके साथ
ऐसा मेरा जमीर नही
🚶Awara अम्बर
©Awara अम्बर ,M