White चुराकर ले गया ज़ालिम भले सीने से दिल छुपकर।
मगर उल्फ़त में हिस्सेदारियाँ कम हो नहीं सकतीं।।
बहारों का सफ़र पूरा हुआ है फिर भी गुलशन में।
ख़िज़ाँ की बेरहम ग़ुस्ताख़ियाँ कम हो नहीं सकतीं।।
सलीके से संभाला है ये दिल लेकिन ये लगता है ।
के 'मीरा' दिल की नाफ़र्मानियाँ कम हो नहीं सकतीं।।
©Sam
#Nafarmaniyaan dil ki