तुम न थी..
जब वक़्त था तुम न थी,
संग गुनगुनाने को तुम न थी,
चाहते तो हम भी थे
की समेटले बाहों में तुम्हें
पर अफसोस अब तुम वो न थी
©Benaam Shayar
#Love #New #Morning
#Thoughts
तुम न थी..
जब वक़्त था तुम न थी,
संग गुनगुनाने को तुम न थी,
चाहते तो हम भी थे
की समेटले बाहों में तुम्हें
पर अफसोस अब तुम वो न थी