कैद में खुद की ही व्याकुल रहते हैं आजकल चतुर सियार इसको ठगते उसको ठगते ढूंढते रहते हैं नित्य नए नए शिकार अंत में जोड़ने बैठे जो सारा हिसाब कई कई बार जोड़ कर भी रहे खाली हाथ बबली भाटी बैसला ©Babli BhatiBaisla चाँदनी पूजा सक्सेना ‘पलक’ Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto