White मुहब्बत के नाम से शामें सुकून देती थीं
वो वक़्त बीत गया, ज़ब तु भी प्यार करतीं थीं..!
आज मुहब्बत से जुड़ने से डरता हूँ मैं भी
तुमको सोचकर सुकूँ है,कि तु भी प्यार करतीं थीं..!
कोई है वो मुझे वो मेरा वक़्त लौटा दें अब
ऐसा अब नहीं होगा, तब तु भी प्यार करतीं थीं..!
अब नये चेहरों से डर लगता है मुझे आज
कोई तुमसा कहाँ है,वो तुम थीं जो प्यार करतीं थीं..!!
©Shreyansh Gaurav
#Thinking