"जीवन के रास्तों पर हमेशा,
दुःख-सुख के साथ चलना पड़ता है।
कुछ दिन होंगे खुशी के जैसे,
कुछ दिन रहेंगे आँसूओं के आसपास।
लेकिन ज़िन्दगी एक नहीं है,
अनेक नये मौके हमें मिलते रहते हैं।
ना हो जमाने का डर,
ना ही किसी के वफ़ादार रहने का इंतज़ार।
हर हार को जीत में बदलना सीखो,
जीत का स्वाद हर किसी को मिलता नहीं है।
लेकिन हार कर हार न मानो,
ये तो ज़िन्दगी का खेल है जनाब,
जो जीता वही सही।
©Biswamitra kumar
"