माता पिता की एक इच्छा में, कितनी इच्छाएं छुपी होती | हिंदी कविता

"माता पिता की एक इच्छा में, कितनी इच्छाएं छुपी होती है ? तुम जानना कभी, समझना कभी ! इच्छा-सम्पतिओं में समानता की, इच्छा-अनुरागों में अनुरूपता की, इच्छा-उपासनाओं में समरूपता की, इच्छा-परिधिओं में अनुकूलता की, इच्छा-संबंधो में जागरूकता की इच्छा-घनिष्ठताओं में योग्यता की, इच्छा-विपत्तियों में उदारता की, इच्छा-परिवारों में समरसता की, इच्छा-संभावनाओं में सफलता की, इच्छा- भावनाओं में सुंदरता की, इच्छा-समुदायों में एकता की, इच्छा-तनावों में तारतम्यता की, इच्छा-प्राणों में सुगमता की, माता पिता की एक इच्छा में, कितनी इच्छाएं छुपी होती है ? तुम जानना कभी, समझना कभी। डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि' 🇮🇳 ©Anand Dadhich"

 माता पिता की एक इच्छा में,
कितनी इच्छाएं छुपी होती है ?
तुम जानना कभी, समझना कभी !

इच्छा-सम्पतिओं में समानता की,
इच्छा-अनुरागों में अनुरूपता की,
इच्छा-उपासनाओं में समरूपता की,
इच्छा-परिधिओं में अनुकूलता की,
इच्छा-संबंधो में जागरूकता की
इच्छा-घनिष्ठताओं में योग्यता की,
इच्छा-विपत्तियों में उदारता की,
इच्छा-परिवारों में समरसता की,
इच्छा-संभावनाओं में सफलता की,
इच्छा- भावनाओं में सुंदरता की,
इच्छा-समुदायों में एकता की,
इच्छा-तनावों में तारतम्यता की,
इच्छा-प्राणों में सुगमता की,

माता पिता की एक इच्छा में,
कितनी इच्छाएं छुपी होती है ?
तुम जानना कभी, समझना कभी।

डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि' 🇮🇳

©Anand Dadhich

माता पिता की एक इच्छा में, कितनी इच्छाएं छुपी होती है ? तुम जानना कभी, समझना कभी ! इच्छा-सम्पतिओं में समानता की, इच्छा-अनुरागों में अनुरूपता की, इच्छा-उपासनाओं में समरूपता की, इच्छा-परिधिओं में अनुकूलता की, इच्छा-संबंधो में जागरूकता की इच्छा-घनिष्ठताओं में योग्यता की, इच्छा-विपत्तियों में उदारता की, इच्छा-परिवारों में समरसता की, इच्छा-संभावनाओं में सफलता की, इच्छा- भावनाओं में सुंदरता की, इच्छा-समुदायों में एकता की, इच्छा-तनावों में तारतम्यता की, इच्छा-प्राणों में सुगमता की, माता पिता की एक इच्छा में, कितनी इच्छाएं छुपी होती है ? तुम जानना कभी, समझना कभी। डॉ आनंद दाधीच 'दधीचि' 🇮🇳 ©Anand Dadhich

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