White बहुत लम्बा वक़्त गुज़रा, दवाखाने के सहारे
अब यें भी नाकाम है,बताओ अब क्या करता रहा..!
लड़ने की हर लड़ाई,ख़ुद ही लड़ चुका हूँ मैं
जानता था कोई अपना नहीं,किसे आवाज़ देता रहा.!
सब देखने कहने का है, सभी साथ है मेरे
इनके चेहरे से वाकिफ़ हूँ,सबको मैं पहचानता रहा.!
देखता हूँ अभी कहाँ तलक लड़ पाऊँगा
किसी और को नहीं, ख़ुद को ही आजमाता रहा..!
बहुत अज़ीब दुनियाँ है, दुनियाँ के लोग भी
सिर्फ़ हाँ में हाँ मिलाता है, देख कौन साथ दें रहा..!!
©Shreyansh Gaurav
#Thinking