नई कहानी लिख लाऊंगा
अगले रोज मैं बिक जाऊंगा
तेरे गुल जब खिल जायेंगे
मुझको पैसे मिल जायेंगे।
याद है पहले रोज कहा था
बिछड़ गए तो मौज उड़ाना
वापस मेरे पास न आना
जब कोई जाकर वापस आये
रोये तड़पे या पछताए
मैं फिर उसको मिलता नहीं हु
साथ दुबारा चलता नहीं हु
गुम जाता हु खो जाता हु
©Rakesh(RK)
#saath