हमे पता है तुम कहीं और के मुसाफिर हो,,
हमारा शहर त
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#शायरी  एक नरख की जगह छोड़ देना मुझे
मुझे चाहत नहीं परवर दिदार की
मैंने माँ का दिल हैं दुखाया
मुझे चाहत नहीं दुबारा इस संसार की

©Amit maurya

🥺

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#हमतुम_sk #शायरी  बहुत थक गया तन्हा चलते चलते,
अब तो कोई साथी दे,
ऐ जिन्दगी क्या गुनाह ऐसे किए,
कि जिसे चाहा वो छोड़ चला,
अब नहीं हिम्मत ए पांव में,
हाथ पकड़ चल सके जो
ऐसा कोई हमसफ़र दे। 
ऐ जिन्दगी।।।।

©Karan Kumar
 जयपुर की सड़कों पर हम दोस्त निकल गए  !
एक दोस्त को लड़की क्या मिली सभी दोस्त बिछड़ गए  !!

©KAVI ANDAAZ

The only love in town

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 स्री.....
पुरुष  के समान ही 
घर के लिये काम करती है
दोनों एक ही वक्त काम पर जाते है
एक ही वक्त साथ घर आते है...
दोनों की थकान भी समान...
लेकीन घर मे 
 कोई पानी  या चाय पुछेगा
तो पुरुष से
वो आराम से बैठकर चाय पानी करेगा
लेकीन स्री को खुद मटके तक जाकर 
खुद  को ही पानी लेकर पिना पडता है
फिर घर के काम मे जूटना पडता है
बर्तन मांजना खाना पकाना .....
उसके नसीब मे कहा आराम होता है

©suwarta

#@#

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मांग लूं यह दुआ की फिर यही जहां मिले फिर वही गोद मिले फिर वही मां मिले ©Jai Gujjar samaj

#कामुकता #motive  मांग लूं यह दुआ की फिर यही जहां मिले फिर वही गोद मिले फिर वही मां मिले

©Jai Gujjar samaj

#motive

5 Love

#शायरी  दोस्तों
मैने इस शहर में जीना सीख लिया
यह चमचमाती रोशनी से क्या कहूं
मैने एक आशियाना डूढ लिया
देने को है मेरे पास कुछ नही मैने एक मंजिल
पा लिया
लाया था अपने गांव परिवार से कुछ उम्मीदों को लेकर हम अपनी ईमानदारी सारे जहां को जीत
लिया
है हर्ष मुझको यह प्रवीण मैने औरों के दामन के गमों पीकर मैने उनके हिस्से मे खुशियां बाट दिया

©L.P Praveen
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