Politics
  • Latest
  • Popular
  • Video

हम, भारत के लोग બધી જ્ઞાતિઓ પોતપોતાની મહાનતા સિદ્ધ કરી એક બીજાને નીચા બતાવવા મા અને !!! જાતિવાદ નો ખર્ચ ચુક્વવામાં રાષ્ટ્ર , ગુજરાત ગળતું જશે ©HARIBHAI GOHIL

#ConstitutionDay #विचार  हम, भारत के लोग  
બધી જ્ઞાતિઓ પોતપોતાની મહાનતા સિદ્ધ કરી 
એક બીજાને નીચા બતાવવા મા અને
!!! 
જાતિવાદ નો ખર્ચ ચુક્વવામાં રાષ્ટ્ર , ગુજરાત ગળતું જશે

©HARIBHAI GOHIL

हम, भारत के लोग मानवता हमारी पहचान है हमारे देश का संविधान हर देश से महान है और हमारी संस्कृति हमारी पहचान है SURINDER ©surender kumar

#ConstitutionDay  हम, भारत के लोग  मानवता हमारी पहचान है
हमारे देश का संविधान
हर देश से महान है
और हमारी संस्कृति हमारी पहचान है
SURINDER

©surender kumar

हम, भारत के लोग हमारा नारा उपमुख्यमंत्री पढ़ा लिखा मुसलमान तभी 22 में बैठेंगे साइकिल पर भाईजान ©Sarfaraj idrishi

#ConstitutionDay  हम, भारत के लोग  हमारा नारा 

         उपमुख्यमंत्री पढ़ा लिखा मुसलमान 
          तभी 22 में बैठेंगे साइकिल पर भाईजान

©Sarfaraj idrishi

#ConstitutionDay Roshni Rajbhar SHAYAR KI SHAYARI OO7 ram singh yadav Joheb Pooja Vedashri

6 Love

हम, भारत के लोग अच्छी तरह जानते हैं कि भारत में 2014 से जब से आर एस एस-राष्ट्र सर्वनाशी संघ और भाजपा सरकारों का गुंडाराज आया है देश द्रोहियों ने भारत के लोकतंत्र, गणतंत्र, और संविधान को सब से बड़ा ख़तरा खड़ा कर दिया है जो मनुस्मृति को भारत का संविधान और देश की 100 करोड़ से भी अधिक नागरिकों की बड़ी आबादी को अपने और कुछेक पूंजीपतियों के ग़ुलाम बनाने की ओर तीव्रता से अग्रसर हैं। क्या भारत की मौजूदा स्थिति कुछ वर्षों में 75 वर्षों का मात्र इतिहास बन कर रह जाएगी? ©Mohammed Shamoon

#ConstitutionDay  हम, भारत के लोग  अच्छी तरह जानते हैं कि भारत में 2014 से जब से 
आर एस एस-राष्ट्र सर्वनाशी संघ और भाजपा सरकारों
 का गुंडाराज आया है देश द्रोहियों ने भारत के लोकतंत्र, गणतंत्र, और संविधान को सब से बड़ा ख़तरा खड़ा
 कर दिया है जो मनुस्मृति को भारत का संविधान और देश की 100 करोड़ से भी अधिक नागरिकों की बड़ी आबादी 
को अपने और कुछेक पूंजीपतियों के ग़ुलाम बनाने की ओर तीव्रता से अग्रसर हैं।
क्या भारत की मौजूदा स्थिति कुछ वर्षों में 75 वर्षों का
 मात्र इतिहास बन कर रह जाएगी?

©Mohammed Shamoon

हम, भारत के लोग अच्छी तरह जानते हैं कि ऐसा कोई कानून जिसका दुरूपयोग देशवासियों के विरूद्ध सत्ता के नशे में चूर शासक करने लगें उस को निरस्त कराने के लिए शासकों का विरोध करना और ऐसा कोई कानून बनाना जो देशवासियों के विरूद्ध हो उस के विरोध में आंदोलन चलाना देशवासियों का मूल नैतिक अधिकार है। इसकी अवहेलना करने वाले सत्ताधारी शासक देश-द्रोहियों को सत्ता से अपदस्थ करने का प्रयास और संघर्ष भी देश की रक्षा के लिए प्रत्येक सच्चे भारतीय का जन्म सिद्ध एवं संवैधानिक लोकतांत्रिक अधिकार है। ©Mohammed Shamoon

#ConstitutionDay  हम, भारत के लोग                                      अच्छी तरह जानते हैं कि
ऐसा कोई कानून जिसका दुरूपयोग देशवासियों के विरूद्ध सत्ता के नशे में चूर शासक करने लगें उस को निरस्त कराने के लिए शासकों का विरोध करना और ऐसा कोई कानून बनाना जो देशवासियों के विरूद्ध हो उस के विरोध में आंदोलन चलाना देशवासियों का मूल नैतिक अधिकार है। इसकी अवहेलना करने वाले सत्ताधारी शासक देश-द्रोहियों को सत्ता से अपदस्थ करने का प्रयास और संघर्ष भी देश की रक्षा के लिए प्रत्येक सच्चे भारतीय का जन्म सिद्ध एवं संवैधानिक लोकतांत्रिक अधिकार है।

©Mohammed Shamoon

हम, भारत के लोग भारत की आज़ादी, संविधान और लोकतंत्र ख़तरे में! भारत के केवल मुसलमान ही नहीं सम्पूर्ण भारतीयों को अन्तर-राष्ट्रिय आतंक एवं फासीवादी आर एस एस - राष्ट्र सर्वनाशी संघ और भाजपा ने अपने शिकंजे में पूरी तरह कस लिया है और भारतीयों को घृणा, द्वेश,अन्याय, नागरिक उत्पीड़न, भय और सत्ता के दुरूपयोग से बर्बाद करना शुरू कर दिया है इनसे भारत को केवल वही लोग बचा सकते हैं जिन के वंशजों ने अपने प्राणों के बलिदान देकर आज़ाद कराया था वरना बन्दर क्या जाने अदरक का स्वाद, जिन्होंने केवल मुखबिरी और चाटुकारिता की है उनके लिए आज़ादी का क्या महत्व और मूल्य है, वोह क्या समझेंगे ? चलो एक बार फिर देश पर सब कुछ निछावर कर दिया जाए, सब कुछ ! ©Mohammed Shamoon

#ConstitutionDay  हम, भारत के लोग  भारत की आज़ादी, संविधान और लोकतंत्र ख़तरे में!

                           भारत के केवल मुसलमान ही नहीं सम्पूर्ण  भारतीयों को अन्तर-राष्ट्रिय आतंक एवं फासीवादी आर एस एस - राष्ट्र  सर्वनाशी संघ और भाजपा ने अपने शिकंजे में पूरी तरह कस लिया है और भारतीयों को घृणा, द्वेश,अन्याय, नागरिक उत्पीड़न, भय और सत्ता के दुरूपयोग से बर्बाद करना शुरू कर दिया है इनसे भारत को केवल वही लोग बचा सकते हैं जिन के वंशजों ने अपने प्राणों के बलिदान देकर आज़ाद कराया था वरना बन्दर क्या जाने अदरक का स्वाद, जिन्होंने केवल मुखबिरी और चाटुकारिता की है उनके लिए आज़ादी का क्या महत्व और मूल्य है, वोह क्या समझेंगे ? चलो एक बार फिर देश पर सब कुछ निछावर कर दिया जाए, सब कुछ !

©Mohammed Shamoon
Trending Topic