अंदाज़ हर किसी का अपना ही अंदाज है,
कोई बहुत दूर होकर भी पास है ,
कोई पास होकर भी दूर है,
किसी का चाह कर करना नजरअंदाज
और किसी का देखकर कर देना नजरअंदाज
ये सबका अपना अपना अलग अंदाज है ।
हर काम को करने का
काम को करवाने का सबका अपना अंदाज है ।
इजहारे मोहब्बत और इन्कारे मोहब्बत का सबका अपना अंदाज है ।
दिल में बसा कर होठों की खामोशी का भी अपना ही अंदाज है,
पहली नजर में इश्क का इजहार करने का भी अलग अंदाज है,।।
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दीप"**
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