Sign in
पापा आपके बगैर 
जीवन क़ी कल्पना मात्र से डर जाता हु
  • Latest
  • Popular
  • Video

पापा आपके बगैर जीवन क़ी कल्पना मात्र से डर जाता हुँ हर परेशानियों के हल थे आप आज तो आज कल थे आप इतनी हिम्मत नहीं जुटा पाया आपसे नजर भी मिला सकूँ इतना साहस नहीं था मुझमे आपसे खुल कर बतिया सकूँ हर निर्णय पत्थर क़ी लकीर थी हमें मलाल नहीं हैँ इस बात का क्योंकि हर फैसला आदेश था और हर आदेश अचूक था सो कभी सोचा नहीं बस एक ही सत्य हैँ कि अब तेरे बगैर हमारा क्या होगा और एक आरजू हैँ कि आप रहना हम मे हम सबमे एक आदेश बनकर शब्द मेरे हमारे हो लेकिन आदेश आपके जिससे आपकी बगिया आपकी पसंद की रहे और हम उसके फूल बन खिलते रहे ©ranjit Kumar rathour

#कविता  पापा आपके बगैर 
जीवन क़ी कल्पना मात्र से डर जाता हुँ 
हर परेशानियों के हल थे आप 
आज तो आज कल थे आप 
इतनी हिम्मत नहीं जुटा पाया 
आपसे नजर भी मिला सकूँ 
इतना साहस नहीं था मुझमे 
आपसे खुल कर बतिया सकूँ 
हर निर्णय पत्थर क़ी लकीर थी 
हमें मलाल नहीं हैँ इस बात का 
क्योंकि हर फैसला आदेश था 
और हर आदेश अचूक था 
सो कभी सोचा नहीं
बस एक ही सत्य हैँ कि 
अब तेरे बगैर हमारा क्या होगा 
और एक आरजू हैँ कि 
आप रहना हम मे हम सबमे 
एक आदेश बनकर 
शब्द मेरे हमारे हो 
लेकिन आदेश आपके 
जिससे आपकी बगिया आपकी 
पसंद की रहे 
और हम उसके फूल बन खिलते रहे

©ranjit Kumar rathour

पापा आपके बगैर!

13 Love

Trending Topic