रचना दिनांक 24,, नवम्बर 2024,
वार।  रविवार,,
समय स
  • Latest
  • Popular
  • Video

रचना दिनांक 24,, नवम्बर 2024, वार। रविवार,, समय सुबह दस बजे ्््भावचित्र ्् ््निज विचार ्् ््शीर्षक ्् ््छाया चित्र में दिखाया गया फूलों से महकते रहे कला संस्कृति साहित्य और कला धर्मी रचनाकार , शब्द शिल्पी कलाकृति मुर्तिकार चित्रकार की, तुलिका से सजाया गया विचार सच है ्््निज विचार ््््भावचित्र ्् कलाधर्मी््् ््शब्द साधिका कलाप्रेमी शब्द मनिषी ््् ््््निजविचार ््् बहुत सुंदर बहुत खुब सिद्धांत सुविधाएं मांगे साक्ष्य सब कुछ उपलब्ध है ,, ,,पत्थर को तराशती तोड़ती पत्थर से निकलते झैनी और हथौड़ी से आकर प्रकार निर्राकार।। आकारहीन हवाओं में रहते,, मन से कलम दवात कागज पर लिखकर ,।। चित्र को चित्रकार,और मूर्ति को मूर्तिकार रचना संवरचनाकी धर्मी रचनाकार कवित्व शक्ति से रूबरू होकर नक्काशी वाले ,, शब्दशिल्पी अपने विचार प्रकार,,मीनु,, अलग अलग गुणों से भरपूर होते हैं ।। जो कला साहित्य विज्ञान कर्म मर्मज्ञ शब्द साधिका है ,, सुर्य के भांति संसार में जगत में चमक रही है।। ््् कवि शैलेंद्र आनंद ््् 24,,11,,2024,, ©Shailendra Anand

#विचार  रचना दिनांक 24,, नवम्बर 2024,
वार।  रविवार,,
समय सुबह दस बजे
्््भावचित्र ््
््निज विचार ््
््शीर्षक ््
््छाया चित्र में दिखाया गया फूलों से महकते रहे
कला संस्कृति साहित्य और कला धर्मी रचनाकार ,
शब्द शिल्पी कलाकृति मुर्तिकार चित्रकार की, तुलिका से सजाया गया विचार सच है ्््निज विचार
््््भावचित्र ््
कलाधर्मी्््
््शब्द साधिका कलाप्रेमी शब्द मनिषी ्््
              ््््निजविचार ्््
बहुत सुंदर बहुत खुब सिद्धांत सुविधाएं मांगे साक्ष्य सब कुछ उपलब्ध है ,,
,,पत्थर को तराशती तोड़ती पत्थर से निकलते झैनी और हथौड़ी से आकर प्रकार निर्राकार।। आकारहीन हवाओं में रहते,,
 मन से कलम दवात कागज पर लिखकर ,।।
चित्र को चित्रकार,और मूर्ति को मूर्तिकार
रचना संवरचनाकी धर्मी रचनाकार कवित्व शक्ति से रूबरू होकर नक्काशी वाले ,,
शब्दशिल्पी अपने विचार प्रकार,,मीनु,, अलग अलग गुणों से भरपूर होते हैं ।।
जो कला साहित्य विज्ञान कर्म मर्मज्ञ शब्द साधिका है ,,
सुर्य के भांति संसार में जगत में चमक रही है।। 
             ््् कवि शैलेंद्र आनंद ्््
24,,11,,2024,,

©Shailendra Anand

'अच्छे विचार' ्््कवि््शैलेन्द़ आनंद

13 Love

Trending Topic